Kota News: कोटा में कोचिंग स्टूडेंट की आत्महत्याओं को रोकने के लिए हर कोई प्रयासरत है. कोचिंग संचालक, हॉस्टल ऐसासिएशन और अन्य संस्थाएं आगे आकर सुसाइड को रोकने का पूरा प्रयास कर रही हैं.ऐसे में कोटा के अतिरिक्त जिला कलेक्टर बृजमोहन बैरवा ने एक पुस्तक के माध्यम से बच्चों को मोटिवेट करने, जीवन को अमूल्य बताते हुए निरंतर आगे बढ़ने का संदेश दिया है.हार से हताश नहीं होने और जीवन का महत्व और परिजनों के सुख दुख का इसमें समावेश किया गया है.
'हौसलों की उड़ान'का विमोचन
जिला कलेक्टर ओपी बुनकर, पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने कलक्ट्रेट सभागार में अतिरिक्त कलक्टर शहर बृजमोहन बैरवा द्वारा विद्यार्थियों में तनाव कम करने एवं प्रेरणादायक 25 कहानियों का संग्रह 'हौसलों की उड़ान' पुस्तक का विमोचन किया. जिला कलेक्टर ने कहा कि प्रशासनिक दायित्वों के बीच समय निकालकर युवाओं, विद्यार्थियों को प्रेरणा देने के लिए इस प्रकार की कहानियां लिखना प्रतिभा को दशार्ता है.पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आज के समय युवाओं को प्रेरणा देने और मानसिक तनाव कम करने के लिए कहानी सशक्त माध्यम है. इससे विद्यार्थी अपना लक्ष्य तय करने के इस कहानी के पात्रों से प्रेरणा लेकर आगे बढ सकता है.
कोरोना काल में भी बढाया था हौंसला
अतिरिक्त कलक्टर ने बताया कि यह उनकी दूसरी पुस्तक है. इससे पूर्व कारोना काल में प्रेरणा देने के लिए कविता संग्रह 'कैक्टस के फूल' का लेखन किया गया था.उन्होंने बताया कि 'हौसलों की उड़ान' एक कहानी संग्रह है.इसमें लघु 25 कहानियों का संग्रह किया गया है.बुनकर ने कहा कि आज के डिजिटल समय में युवा के पास समय का अभाव है.ऐसे में इसमें लघु एवं प्रेरणादायक कहानियों का समावेश किया गया है. उन्होंने बताया कि कोटा में नियुक्ति के दौरान विद्यार्थियों में तनाव, अवसाद की समस्या को देखते हुए उनको इस प्रकार की कहानी लिखने का विचार आया. इससे विद्यार्थियों को कम समय में प्रेरणा मिल सके. उन्होंने बताया कि कहानियों में ऐतिहासिक महापुरुषों के जीवन, सफल व्यक्तियों के जीवन में घटित घटनाओं और धार्मिक महत्व की प्रेरक घटनाओं पर आधारित लेखन किया गया है.
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