Rajasthan News: कोटा में क्रिकेट खेलते दिखे लोकसभा सांसद ओम बिरला, लगाए चौके-छक्के
Kota: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने डाबी क्षेत्र में कोटा-बूंदी खेल महोत्सव के तहत होने वाली ग्राम पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं को शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने क्रिकेट में अपने हाथ आजमाए.
Om Birla In Kota: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) इन दिनों कोटा (Kota) प्रवास पर हैं. वो यहां लोगों की समस्या का समाधान करने के लिए जनसुनवाई कर रहे हैं. साथ ही वो यहां विभिन्न कार्यक्रमों में भी भाग ले रहे हैं. उन्होंने डाबी क्षेत्र में कोटा-बूंदी खेल महोत्सव (Kota-Bundi Sports Festival) के तहत होने वाली ग्राम पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया.
इस दौरान उन्होंने क्रिकेट में भी अपने हाथ आजमाए और कई शॉट लगाए. साथ ही उन्होंने क्षेत्र के लोगों से बढ़चढ़ कर खेलों में भाग लेने का आव्हान किया. उन्होंने कहा कि खेल हमें स्वस्थ रखने के साथ हमें जोड़ते भी हैं. इस दौरान उन्होंने महिला खिलाड़ियों से भी परिचय किया. साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा "कोटा-बूंदी को हरा भरा बनाने के लिए इस साल मानसून के दौरान दो लाख पौधे लगाए जाएंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को फलदार पौधे वितरित किए जाएंगे, ताकि वो वृक्षारोपण के माध्यम से अपनी आय भी बढ़ा सकें.
पौधारोपण अभियान की तैयारियों की भी समीक्षा
इस दौरान लोक सभा अध्यक्ष ने अपने संसदीय क्षेत्र में पौधारोपण अभियान की तैयारियों की भी समीक्षा की. लोकसभा कैम्प कार्यालय में बैठक के दौरान वन विभाग, कृषि विभाग, कृषि विश्व विद्यालय, उद्यानिकी विभाग, नगर विकास न्यास, नगर निगम और कृषि विभाग समेत विभिन्न अधिकारियों से स्पीकर बिरला ने कहा कि हमें वृक्षारोपण को जनआंदोलन का स्वरूप देना है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए अभी से विद्यालयों, समाजसेवी संस्थाओं, व्यापारिक संगठनों, एनजीओ सहित अन्य संगठनों को साथ मे लेते हुए जनता में जागरूकता लानी होगी. लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि जितने पौधे लगाए जाएं, उनमें से कम से कम 70 फीसदी पौधे चलें. इसके लिए हमें चाहिए कि हम आमजन को उच्च गुणवत्ता वाले पौधे उपलब्ध करवाएं.
किसानों को मिलेंगे आम, आंवला और अमरूद के पौधे
स्पीकर बिरला ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को आम, आंवला और अमरूद के पौधे उपलब्ध करवाए जाएं. यह पौधे किसान खेत की मेढ़ पर लगाएंगे, जिससे उनके खेत को भी सुरक्षा मिलेगी और उनकी आय भी बढ़ेगी. इसके लिए मलीहाबादी, दशहरी आम, प्रतापगढ़ की आंवले की पौध और सवाई माधोपुर से अमरूद के पौधे मंगवाने के प्रयास किए जा रहे हैं.