Om Birla in Rajasthan: रामगंजमंडी क्षेत्र के लोगों ने एक प्रेरणादायी मिसाल स्थापित की है. खैराबाद में आयोजित भील समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में समाज के सभी वर्गों ने मिलकर बेटियों का कन्यादान किया. पूरे आयोजन का अधिकांश खर्च भी समाज के लोगों ने ही उठाया. अखिल भारतीय आदिवासी भील समाज की ओर से 64 जोड़ों का विवाह सम्मेलन खैराबाद में आयोजित किया गया.
समाज की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रामगंजमंडी क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं से सहायता के लिए आगे आने का आव्हान किया. बिरला की पहल पर क्षेत्र के लोगों ने पूरे आयोजन का ही बीड़ा उठा लिया. एक-एक कर लोग आगे आते गए और बेटियों की कन्यादान की जिम्मेदारी लेते गए.
'भील समाज की बेटियों का विवाह भी अपनी बेटियों की तरह किया'
स्पीकर बिरला ने समाज की इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा कि जाति के भेद को तोड़ते हुए समाज के लोगों ने भील समाज की बेटियों का विवाह भी अपनी बेटियों की तरह किया. उनके लिए भी वही व्यवस्थाएं कीं जो अपनी बेटी के लिए करते हैं, इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता. इस प्रयास से जो भावनात्मक संबंध स्थापित हुए हैं, वे कुछ दिनों के लिए नहीं बल्कि पूरी जिंदगी भर रहने चाहिए. यह बेटियां जब भी अपने विवाह को याद करेंगी तो सहयोगकर्ताओं को अवश्य ही दुआएं देंगी.
'मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा के लिए भील समाज सदैव आगे रहा'
स्पीकर ओम बिरला ने भील समाज से आव्हान किया कि वे समाज के बेटे-बेटियों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करें. शिक्षा ही उनके और समाज के अन्य लोगों के जीवन में सामाजिक आर्थिक बदलाव लाएगी. उन्होंने कहा कि भील समाज का इतिहास संघर्ष और बलिदान का रहा है. मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा के लिए भील समाज सदैव आगे रहा है लेकिन अब समय आ गया है कि समाज के युवा शिक्षित होकर पूरे समाज का नेतृत्व करें.
इसके लिए कोटा में बन रहे छात्रावास को भव्य स्वरूप देने में सहयोग किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए सांसद कोष से 30 लाख रुपए दिए गए हैं, यदि और भी आवश्यकता हुई तो उसकी भी व्यवस्था की जाएगी.
'बिरसा मुंडा की प्रतिमा की स्थापना के प्रयास करेंगे'
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने कहा कि सर्वकल्याण की भावना सबके लिए प्रेरणा का कार्य करती है. समाज की इच्छा है कि रामगंजमंडी क्षेत्र में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापित की जाए. यदि नगर पालिका उसके लिए भूमि आवंटित कर देती है तो प्रतिमा अवश्य लगेगी.
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