Jaipur News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा था कि ट्रकों में रुपये भरकर बीजेपी कार्यालय पीछे के रास्ते से अंदर जाते हैं. यह रुपये पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस की सुरक्षा में पहुंचते हैं. जिससे इनको कोई पकड़ता नहीं है. सीएम के इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी ने बयान की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसे गैरजिम्मेदाराना वक्तव्य करार देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बयान पर माफी मांगे. इस प्रकार के आरोप मुख्यमंत्री पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है. बिना किसी प्रमाण के इस तरह की बात कहना नितांत ही गैर जिम्मेदार है.
"मांगनी चाहिए माफी"
सांसद घनश्याम तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपना वक्तव्य वापस लेना चाहिए और क्षमा मांगनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री इस बात से घबराए हुए हैं कि नेशनल हेराल्ड के मामले में जो कानूनी कार्रवाई हो रही है. उनको लगता है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोप में सजा होगी और उन्होंने जो सार्वजनिक सम्पत्ति, गैर कानूनी तरीके से हड़पी है उसको वापस देना पड़ेगा. प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सीएम में असुरक्षा की भावना साफ झलक रही है. सीएम इतने विचलित हो चुके कि इसकी कल्पना नहीं की जा सकती. किसी बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री का इस तरह के गैर ज़िम्मेदाराना, बेतुकी और बेबुनियाद आरोप समझ से परे है. इस तरीके से सीएम पैरामिलिट्री फोर्स का अपमान कर रहे हैं. उनको इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.
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जिस फोर्स के लोग देश की सुरक्षा को अंजाम देते हैं और उनके लिए इस तरह की टिप्पणियां की जा रही हैं. क्या किसी भी दल या सरकार में यह संभव है ? क्या पैरामिलिट्री फोर्स ऐसे नोटों की गाड़ियां भरके दफ्तर में पहुंचाते होंगे? जब आदमी बहुत ज्यादा विचलित और तनाव में होता है तब इस तरह का बयान देता है. पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत विचलित क्यों है यह भी समझ में आ रहा है. धीरे-धीरे कांग्रेस देश के नक्शे से गायब हो रही है उन्हें आशंका है कि राजस्थान में भी यही हाल होगा. इस तरीके के बयानों से अंदाजा ही लगाया जाता है कि आदमी कितना तनावग्रस्त है, कितना विचलित है, उनका यह बयान गरिमा के अनुकूल नहीं है और उन्हें अपने बयान के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए.
"सारा पैसा चंदे का, चुनाव आयोग के पास पूरा ब्योरा"
सीएम गहलोत ने आरोप लगाया था कि बीजेपी के जो कार्यालय बन रहे हैं. वह पैसा कहां से आ रहे हैं. उनके बयान पर तिवारी ने कहा कि बीजेपी के जितने भी कार्यालय बन रहे हैं वह सारे वैधानिक हैं. सारे एक नंबर के पैसे से बन रहे हैं और बीजेपी को जो चंदा मिला है, जिसका प्रमाण चुनाव आयोग के पास उपलब्ध है और सार्वजनिक भी किया हुआ है. इसलिए इस प्रकार का वक्तव्य देकर मुख्यमंत्री केवल अपनी बौखलाहट और हताशा प्रकट कर रहे हैं.