One Nation One Election: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश में एक राष्ट्र एक चुनाव पर जोर दे रही है. वहीं इसको लेकर कमेटी का गठन भी कर दिया गया है, जिसका चेरयमैन पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बनाया गया है. वहीं दूसरी तरफ विपक्ष इसका विरोध कर रहा है. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी इसको लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की है. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा है. 


'विपक्षी दलों के साथ मिलकर लेते फैसला'
अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "तीन बार इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने, लॉ कमीशन ऑफ इंडिया ने और पार्लियामेंट्री कमीशन ने कई बार सुझाव दिए हैं. इतना बड़ा फैसला है आप विपक्षी पार्टियों को साथ लेकर बात करते, कमेटी बनाते. हो सकता सब मिलकर अगर फैसला लेते तो लोगों को विश्वास होता कि देशहित में कुछ करना चाहते हैं." 



'नियत पर होने लगा शक'
सीएम गहलोत ने आगे कहा, "अब आपकी नियत पर शक हो रहा है कि आप लोकतंत्र में किस तरह काम करना चाहते हैं या नहीं करना चाहते हैं. आपकी नियत क्या है नीति क्या है आप स्पष्ट नहीं कर रहे हैं. इस समय लोग चिंतित हैं कि आप देश को किस तरह ले जा रहे हैं. ये देश को किस तरफ ले जाएंगे कोई नहीं जानता है. इसलिए लोग डरे हुए हैं."


बता दें कि प्रदेश के मुखिया रविवार को राजस्थान के फलौदी में राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलम्पिक खेल जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का अवलोकन करने गए थे, जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी की केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर सरकार को घेरा. इसके अलावा उन्होंने अपनी सरकार की योजनाएं गिनवाईं.


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