Pali Water Crisis: राजस्थान (Rajasthan) के पाली (Pali) जिले में पिछले दिनों पानी की समस्या बहुत बढ़ गई थी. इस समस्या को दूर के लिए राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) वाटर स्पेशल ट्रेन चलाकर पाली तक पानी पहुंच रही है. पाली में पेयजल संकट की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार के प्रस्ताव पर रेलवे स्टेशन भगत की कोठी-पाली मारवाड़ वाटर स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है. वाटर स्पेशल ट्रेन अपने 100वें फेरे के लिए शुक्रवार को भगत की कोठी से रवाना हुई. वाटर ट्रेन के जरिए अब तक पाली के लिए 22 करोड़ लीटर पानी का लदान किया जा चुका है.

 

मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडे ने वाटर ट्रेन के 100वें फेरे को गौरवशाली बताते हुए कहा कि पाली में पेयजल संकट की त्रासदी का सामना करने के लिए उत्तर-पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के कुशल नेतृत्व में भगत की कोठी से पाली मारवाड़ रेलवे स्टेशन तक 17 अप्रैल से वाटर ट्रेन का संचालन प्रारंभ किया गया था, जिसके तहत ट्रेन के हर फेरे से पाली को 21 लाख 72 हजार लीटर पानी उपलब्ध हुआ. इससे लोगों को काफी राहत मिली है.

 

जानिए कब तक होगा ट्रेनों का संचालन

 

डीआरएम गीतिका पांडे ने बताया कि 24 अप्रैल को जोधपुर मंडल को वाटर ट्रेन का एक और रैक उपलब्ध हुआ था, तब से दो ट्रेनों के माध्यम से दिन-रात पानी का लदान किया गया. उन्होंने बताया कि मारवाड़ में अक्सर पेयजल संकट की गंभीर स्थिति रहती है, ऐसे में ट्रेन के जरिए पाली तक पानी की सप्लाई महत्वपूर्ण कदम है. डीआरएम ने बताया कि पाली जिला प्रशासन की मांग के अनुरूप भगत की कोठी से पाली मारवाड़ तक वाटर स्पेशल ट्रेन का संचालन जारी रहेगा. पेयजल संकट से जूझ रहे पाली में लोगों तक पर पीने का पानी पहुंचाने के लिए रेलवे संकल्प और प्रतिबद्ध है. राज्य सरकार जब तक इस व्यवस्था को सुचारू रखना चाहे, रेलवे हरसंभव सहयोग करने को तत्पर है.

 

देखिए फेरों का पूरा हिसाब-किताब


  • प्रत्येक ट्रेन में कुल वैगन- 40

  • वैगन की भराव क्षमता- 54 हजार 300 लीटर

  • 40 वैगन में कुल भराव- 21 लाख 72 हजार लीटर

  • 27 मई तक फेरों की संख्या- 100

  • अब तक पेयजल की सप्लाई- 21 करोड़ 70 लाख लीटर

  • एक फेरे से रेलवे का राजस्व- 3 लाख 27 हजार रुपये

  • 100 फेरों से अब तक प्राप्त राजस्व- 3 करोड़ 26 लाख 58 हजार 300 रुपये


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