Tonk News: राजस्थान के टोंक जिले के आंवा गांव का पंचायत भवन उन सभी ग्राम पंचायतों के लिए मिसाल है, जो बजट या इच्छाशक्ति की कमी से गांव के लिए कुछ कर नहीं पाते.गांव के युवा सरपंच दिव्यांश भारद्वाज का कहना है कि मैंने सिर्फ पंचायत भवन का विकास मॉडल बनाकर पेश किया.मैं जहां भी गया उन्हें यह पसंद आया और पूरा सहयोग किया. पंचायत भवन की खास बात यह है कि यह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. इसमें हाईटेक लाइब्रेरी बनी है. गांव की समस्याओं का ऑनलाइन निराकरण किया जाता है.पंचायत भवन को हेरिटेज लुक दिया गया है.


गांव की टॉपर से करवाया लाइब्रेरी का लोकार्पण


'विद्यासागरम्' नाम से बनी हाईटेक लाइब्रेरी का लोकार्पण किसी नेता या अधिकारी से करवाने के बजाय गांव की सरकारी स्कूल की 12वीं कक्षा की टॉपर कृष्णा प्रजापत से करवाया है.सरपंच दिव्यांश का कहना है कि गांव के बच्चे निजी लाइब्रेरी में पढ़ने जाते थे और दूरी भी ज्यादा थी, इसलिए पंचायत भवन में लाइब्रेरी बनाने का आइडिया आया.मैंने आर्किटेक्ट की मदद से मॉडल बनाकर राज्यसभा सांसद आरके वर्मा को बताया. उन्होंने इस कार्य की सराहना करते हुए दस लाख रुपये आबंटित किए.लाइब्रेरी में वाईफाई सहित सभी सुविधाएं दी गई हैं, ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो.


पंचायत के सभी कार्य एक थीम पर आधारित है


दिव्यांश भारद्वाज का कहना है कि ग्रामीणों को एक मेल आईडी दी गई है, जहां वे किसी भी प्रकार की समस्याओं को बता सकते हैं, हम उनका निराकरण कर उन्हें सूचित करते हैं ताकि उन्हें संतुष्टि मिले.पंचायत में इलेक्ट्रिकल व्हीकल से डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का कार्य किया जाता है. पंचायत में हमेशा नवाचार के कार्य होते हैं जैसे एक बालिका को हमने एक दिन के लिए सरपंच बनाया.पंचायत भवन के निर्माण के लिए हमने मॉडल बनाकर पेश किया. इसमें प्रशासन ने पूरी मदद की और राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया ने 10 लाख की राशि आवंटित की.पंचायत भवन में सेल्फी प्वाइंट बने हैं. जिला कलेक्टर से लेकर कई अधिकारी पंचायत भवन की कायाकल्प देखकर अभिभूत हुए.पंचायत भवन की थीम पर ही सांस्कृतिक केंद्र, शमशान घाट, अंबेडकर पार्क, सामुदायिक भवन इत्यादि काम निर्माणाधीन है.


ये भी पढ़ें


Rajasthan: सीएम गहलोत का 'मिशन बाड़मेर', जाटलैंड को देंगे ये बड़ी सौगातें, जानें क्या है प्लान