Nasir Junaid Murder Update: नासिर और जुनैद हत्याकांड में बरामद सफेद रंग की स्कॉर्पियो ने भरतपुर पुलिस को उलझा कर रख दिया है. हरियाणा के जींद जिले में सोमनाथ गौशाला से बरामद स्कॉर्पियो का नंबर HR70-4177 है. जांच में पुलिस को गाड़ी की सीट पर खून के निशान मिले हैं. माना जा रहा है कि आरोपियों ने जुनैद और नासिर को पिटाई के बाद गाड़ी में घुमाया होगा. पुलिस को शक है कि सीट पर खून दोनों मृतकों का हो सकता है. भरतपुर पुलिस का कहना है कि स्कॉर्पियो का रजिस्ट्रेशन हरियाणा के पंचायत राज विभाग का है. स्कॉर्पियो गाड़ी जींद जिला परिषद विभाग में लगी हुई थी. अब सवाल उठता है कि पंचायत राज विभाग के नाम पर पंजीकृत गाड़ी आरोपियों तक कैसे पहुंची.


स्कॉर्पियो को जिला परिषद ने कर दिया था नीलाम


राजस्थान पुलिस ने गाड़ी को बरामद करने से पहले जांच की थी. गाड़ी का फिरोजपुर झिरका से भिवानी और जींद जिले तक आना जाना पाया गया था. नासिर और जुनैद हत्याकांड के दो आरोपी गाड़ी में बैठे हुए थे. पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव ने बताया है कि जांच में पाया गया कि गाड़ी सीईओ जिला परिषद जींद के नाम रजिस्टर्ड है. पूछताछ करने पर पता चला कि जिला परिषद ने 2020 में गाड़ी को नीलाम कर दिया था. अब पुलिस जांच कर रही है की जिला परिषद जींद से नीलाम की हुई स्कॉर्पियो का खरीददार कौन है और उसका आरोपियों के साथ क्या संबंध है.


गाड़ी खरीदने वाले ने रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं कराया


गौरतलब है कि 16 फरवरी को भिवानी जिले में लुहारु के पास एक बोलेरो गाड़ी जली मिली थी. बोलेरो से दो नरकंकाल बरामद हुए थे. जांच में एक स्कॉर्पियो गाड़ी का मूवमेंट घटनास्थल के आसपास देखा गया. स्कॉर्पियो में दो आरोपी सवार थे. पुलिस स्कॉर्पियो की सीट से मिले खून की भी जांच कर रही है. वारदात में इस्तेमाल स्कॉर्पियो गाड़ी आज भी सीईओ जिला परिषद जींद के नाम रजिस्टर्ड बता रही है. पुलिस को पंचायत राज विभाग ने नीलामी की सूचना दे दी है. अब बड़ा सवाल खड़ा होता है कि नीलामी के बाद भी गाड़ी खरीदने वाले ने रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं कराया. 


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