Jodhpur Politics: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने 19 नए जिले बनाने की घोषणा की है.इसके बाद से ही प्रदेश में कई जगह विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. जोधपुर जिले (Jodhpur District) के शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र (Shergarh Assembly  Constituency) को जोधपुर जिले में रखने की मांग को लेकर बड़ी तादाद में इलाके के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और घेराव किया. बीजेपी (BJP) के पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौर के नेतृत्व में स्वाभिमान रैली निकाली गई. शेरगढ़ के लोगों ने जोधपुर जिला मुख्यालय पहुंचकर शक्ति प्रदर्शन किया.लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया.


क्या कहना है बीजेपी के पूर्व विधायक का


राठौर ने बताया कि हमें अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स से जो जानकारी मिली है उसमें बताया जा रहा है कि शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र को या तो बालोतरा जिले में मिलाया जाएगा या फिर फलौदी जिले में शामिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके विपरीत शेरगढ़ का बच्चा-बच्चा जोधपुर जिले में ही रहना चाहता है. जोधपुर से उसका पुराना जुड़ाव है. इसी प्रमुख मांग के साथ कई स्थानीय समस्याओं को लेकर लोग शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र और ओसियां क्षेत्र से जोधपुर पहुंचे.


शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौर वसुंधरा गुट के बड़े नेता माने जाते हैं. इस महारैली में उनके साथ विधायक सूर्यकांता व्यास, जिला अध्यक्ष भोपाल सिंह बड़ेला, जगत नारायण जोशी, अतुल भंसाली भी सक्रिय भूमिका में दिखे. शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से स्वाभिमान महारैली निकालने के लिए सर्किट हाउस के सामने ग्रामीण इकट्ठा हुए. वहां से वे रैली निकालकर जिला कलेक्टर पहुंचे.वे कलेक्ट्रेट पर और नारेबाजी करते हुए भगवा ध्वज के साथ प्रदर्शन किया.


क्या है शेरगढ़ के लोगों की मांगें


क्या है लोगों की मांगें-शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र को जोधपुर जिले में ही रखा जाए किसी अन्य जिले में शामिल न किया जाए.पेयजल योजनाओं और नलकूप हैंडपंप मरम्मत अभियान नहीं चलाने से बंद पड़े हैं. शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र भयंकर जल संकट से जूझ रहा है, इसे दूर किया जाए.अघोषित बिजली कटौती से निजात मिले. किसानों को सात घंटे और घरेलू उभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली मिले और शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के जल संकट को दूर किया जाए.


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