दवा प्रतिनिधियों के अखिल भारतीय संगठन फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटटिवज एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर आज पूरे देश में सवा लाख से अधिक दवा व विक्रय प्रतिनिधि अपने 8 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर एक दिवसीय हड़ताल पर रहे. यूनियन के कोषाध्यक्ष अमित घाटिया ने बताया कि कोटा के समस्त दवा प्रतिनिधि भी हड़ताल पर रहे.  


प्रदेश अध्यक्ष राकेश गालव के नेतृत्व में कोटा के सेंकड़ो दवा प्रतिनिधियों ने यूनियन कार्यालय मारुति कॉलोनी नयापुरा से जिलाधीश कार्यालय तक एक विशाल वाहन रैली निकाली व जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया.

सरकारी अस्पताल में लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग  
कलेक्ट्रेट पर पहुंच कर रैली एक सभा के रूप में परिवर्तित हो गई जिसे प्रदेश अध्यक्ष राकेश गालव ने संबोधित किया. राकेश गालव ने बताया कि पूरे भारत के मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स अपनी 8 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर एक दिन की हड़ताल पर रहे. हड़ताल के तहत समस्त प्रकार के सेल्स प्रमोशन कार्य का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया गया. गालव ने केंद्र सरकार से सेल्स प्रमोशन एक्ट 1976 को यथावत रखने,  बिक्री संवर्धन कर्मचारियों के लिए वैधानिक कार्य नियम बनाने, सरकारी अस्पतालों में प्रवेश पर लगे सभी प्रतिबंध हटाने तथा उनके काम के अधिकार को सुनिश्चित करने की भी मांग की.

जीएसटी हटाने की मांग
गालव ने केंद्र सरकार से दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की कीमतें कम करने और उनके ऊपर लागू जीएसटी को हटाए जाने की भी मांग दोहराई. गालव ने दवा कंपनी के नियोक्तायों से मोबाइल रिपोर्टिंग की आड़ मे निजता में बाधा नहीं डालने, डेटा गोपनीयता को सुरक्षित रखने व टार्गेट के नाम पर दवा प्रतिनिधियों का शोषण व उत्पीड़न रोकने को लेकर चेतावनी दी. सभा को कोटा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन  के अध्यक्ष डॉ. अमित व्यास ने संबोधित करते हुए दवा प्रतिनिधियों की हड़ताल का आईएमए की तरफ से पूर्ण समर्थन व्यक्त किया व चिकित्सकों, दवा प्रतिनिधियों, होलसेल व रिटेल दवा विक्रेताओं की व्यापक एकता पर जोर देते हुए एक व्यापक संगठित मंच बनाने का सुझाव दिया जिससे संघर्ष को और अधिक तेज किया जा सके. 


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