Bharatpur: इस जेल में कैदियों को मिलती है इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर की ट्रेनिंग, मेरिट लिस्ट के आधार पर चयन
भरतपुर सेंट्रल जेल में प्लंबर और इलेक्ट्रीशियन का कोर्स करने के लिए कैदियों को परीक्षा से गुजरना पड़ता है. परीक्षा में सफल होने के बाद कैदियों का मेरिट लिस्ट बनता है. इसी के आधार पर चयन किया जाता है.
Bharatpur Central Jail: भरतपुर सेंट्रल जेल (Central Jail Bharatpur) में कैदियों को इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर की ट्रेनिंग पाने का सुनहरा मौका है. हाईकोर्ट के आदेश पर 2018 से सजा पाये कैदियों को इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर का कोर्स कराया जा रहा है. जेल में सजायाफ्ता 10वीं पास कैदी इलेक्ट्रिशियन का कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है.
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की तरफ से कैदियों को ट्रेनिंग कराई जा रही है. प्लंबर का कोर्स करने के लिए आवेदक कैदी को 8वीं पास होना शर्त है. आवेदन करने के बाद कैदियों की परीक्षा होती है. परीक्षा में सफल कैदियों का मेरिट लिस्ट बनता है और मेरिट लिस्ट के आधार पर चयन किया जाता है.
कैदी ले सकते हैं इलेक्ट्रिशियन और प्लंबर की ट्रेनिंग
सेवर जेल में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र के अधीक्षक ने बताया है कि इलेक्ट्रिशियन के कोर्स की अवधि दो साल की है. अदालत से दो साल से ज्यादा की सजा पाया 10वीं पास कैदी इलेक्ट्रिशियन का कोर्स कर सकता है. सेंट्रल जेल के औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र में इलेक्ट्रिशियन कोर्स के लिए 24 सीट आवंटित है और 20 सीटों पर प्लंबर के लिए कैदियों का चयन होता है.
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जेल के अंदर बनाया गया वर्कशाप और कंप्यूटर लैब
आईटीआई अधीक्षक तुषार अग्रवाल ने बताया कि भरतपुर के सेवर स्थित सेंट्रल जेल में अब तक 72 कैदियों को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की तरफ से ट्रेनिंग दी गई है और इस साल भी 30 कैदियों का एडमिशन लिया गया है. कैदियों को प्रशिक्षण जेल के अंदर ही मिलता है. जेल में वर्कशाप और कंप्यूटर लैब बनाया गया है. ट्रेनिंग पाने के इच्छुक कैदी आवेदन करते हैं. राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग की तरफ से परीक्षा का आयोजन किया जाता है. मेरिट के आधार पर चयनित होने के बाद कैदियों को प्रशिक्षण दिया जाता है.