PM Modi Inaugurated ERCP Project Nonera Abra Dam: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश सरकार के 1 साल पूरा होने पर इस ERCP प्रोजेक्ट के तहत बने प्रदेश के सबसे बड़े बांध नोनेरा एबरा डेम की सौगात प्रदेश को दी. ईआरसीपी ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट 21 जिलों तक पानी पहुंचाने के लिए तैयार किए गए है. प्रोजेक्ट के लिहाज से आज का दिन बेहद अहम है.
कालीसिंध नदी पर बने इस बांध से कोटा और बूंदी के 750 गांव लाभान्वित होंगे. जहां पेयजल की किल्लत तो दूर होगी ही और खेती के लिहाज से भी ये बांध किसानों के लिए वरदान साबित होने वाला है. कालीसिंध नदी पर बना है इस बात की ऊंचाई सतह से 26 मीटर है वहीं 226.65 मिलियन घन मीटर पानी इस बांध में इकट्ठा होगा 27 गेट इस बांध में दिए गए हैं 1026.32 करोड़ की लागत से इस बंद को तैयार किया गया है 13 अक्टूबर 2018 को हुई थी और 30 जून 2024 को इसका काम पूरा कर लिया गया है.
दूर होगा 21 जिलों का जल संकट
बीजेपी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना ईआरसीपी का सपना आज पूरा हो गया है. राजस्थान के 21 जिलों को पेयजल और सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिए बनी इस परियोजना का आज प्रधानमंत्री जनता को सौगात दिए हैं. जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री परियोजना के तहत कोटा में कालीसिंध नदी पर बने नवनेरा बैराज का लोकार्पण किया साथ ही बारां जिले में पार्वती नदी पर बनने वाले महलपुर बैराज और कुल नदी पर बनने वाले रामगढ़ बैराज की आधारशिला रखा गया.
किसानों के चेहरे खिले
2 हजार 66 करोड़ की लागत से रामगढ़ और महलपुर बांध और नवनेरा बांध पर पंप हाउस का निर्माण किया जाना है. बारां जिले में बनने वाले इन बांधों से बारिश के समय अधिशेष पानी को नहरों के माध्यम से कालीसिंध और चंबल नदियों में ले जाया जाएगा. इस परियोजना के तहत राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों के बीच समझौता के तहत जल वितरण किया जाएगा . बारां की नदियों पर बन रहे इन दोनों बांधो से जिले के किसान बेहद ही खुश नजर आ रहे हैं, क्योंकि बारां जिले के शाहाबाद किशनगंज क्षेत्र में सूखे पड़े जमीनों को सिंचाई का पानी एवं गांवों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा डीपीआर तैयार की जा रही है.
कालीसिंध नदी पर बने इस बांध से कोटा और बूंदी के 750 गांव लाभान्वित होंगे. जहां पेयजल की किल्लत तो दूर होगी ही और खेती के लिहाज से भी ये बांध किसानों के लिए वरदान साबित होने वाला है. कालीसिंध नदी पर बना है इस बात की ऊंचाई सतह से 26 मीटर है वहीं 226.65 मिलियन घन मीटर पानी इस बांध में इकट्ठा होगा 27 गेट इस बांध में दिए गए हैं 1026.32 करोड़ की लागत से इस बंद को तैयार किया गया है 13 अक्टूबर 2018 को हुई थी और 30 जून 2024 को इसका काम पूरा कर लिया गया है.
दूर होगा 21 जिलों का जल संकट
बीजेपी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना ईआरसीपी का सपना आज पूरा हो गया है. राजस्थान के 21 जिलों को पेयजल और सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिए बनी इस परियोजना का आज प्रधानमंत्री जनता को सौगात दिए हैं. जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री परियोजना के तहत कोटा में कालीसिंध नदी पर बने नवनेरा बैराज का लोकार्पण किया साथ ही बारां जिले में पार्वती नदी पर बनने वाले महलपुर बैराज और कुल नदी पर बनने वाले रामगढ़ बैराज की आधारशिला रखा गया.
किसानों के चेहरे खिले
2 हजार 66 करोड़ की लागत से रामगढ़ और महलपुर बांध और नवनेरा बांध पर पंप हाउस का निर्माण किया जाना है. बारां जिले में बनने वाले इन बांधों से बारिश के समय अधिशेष पानी को नहरों के माध्यम से कालीसिंध और चंबल नदियों में ले जाया जाएगा. इस परियोजना के तहत राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों के बीच समझौता के तहत जल वितरण किया जाएगा . बारां की नदियों पर बन रहे इन दोनों बांधो से जिले के किसान बेहद ही खुश नजर आ रहे हैं, क्योंकि बारां जिले के शाहाबाद किशनगंज क्षेत्र में सूखे पड़े जमीनों को सिंचाई का पानी एवं गांवों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा डीपीआर तैयार की जा रही है.
जयपुर से मनीष कुमार शर्मा की रिपोर्ट.
ये भी पढ़ें: 'सचिन पायलट की फोटो कहां है?', राजस्थान कांग्रेस कमेटी की बैठक में डोटासरा से किसने पूछा ये सवाल