PM Modi Rajasthan Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 मई को उदयपुर संभाग के राजसमन्द जिले के श्रीनाथ नगरी नाथद्वारा की विशाल सभा में पहुंचेंगे. बीजेपी खुद बता रही है कि आगामी विधानसभा चुनाव का यह शंखनाद है. इस बैठक के लिए बीजेपी कार्यकर्ता और पदाधिकारी गांव-गांव ढाणी जा रहे हैं, क्योंकि सभा मे 1 लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य है. इस सभा राजनीति विशेषज्ञ राजनीति की अलग गणित से देख रहे हैं. उनका कहना है देखा जाए तो राजस्थान में बीजेपी कमजोर है, इसलिए 100 मर्ज की एक दवा पीएम मोदी को चुनाव के 6 महीने पहले बुला लिया गया. एक्सपर्ट से जानते हैं कि पीएम मोदी की यह सभा क्या रंग लाएगी.
राजस्थान में बीजेपी कमजोर क्यों?
संजय लोढा बताते हैं कि बीजेपी का यह सभा विधानसभा चुनाव का बिगुल है. राज्य सरकार को नाकाम दिखाने के लिए बीजेपी ने कई काम किए, जिसमें हाल ही पार्टी की जन आक्रोश रैली थी. इसमें बीजेपी को राजस्थान में कुछ खास रेस्पॉन्स नहीं मिला है. पार्टियों में गुटबाजी की बात करें तो कांग्रेस में तो दो गुट हैं, जो खुलकर सामने आ रहे हैं. लेकिन बीजेपी में कई हैं, जिनमें अंदर ही अंदर घमासान मचा हुआ है. यही नहीं, पार्टी को स्थितियों से निपटने के लिए आनन-फानन में प्रदेश अध्यक्ष को बदलना पड़ा.
सतीश पुनियां की जगह सीपी जोशी को लाए गए. हालांकि, सीपी जोशी का कद राज्य स्तर का नहीं है. ऐसे में एक्सपर्ट का मानना है कि बीजेपी राजस्थान में कमजोर स्थिति से गुजर रही है. उन्होंने कहा कि चुनाव में पार्टियां अक्सर विकास और कानून व्यवस्था के मुद्दों को लाती है, लेकिन बीजेपी यहां विकास का मुद्दा नहीं ला सकती. क्योंकि केंद्र अपनी यहां एक योजना गिनाएगा तो राज्य की उनके सामने 6 योजना होंगी. यहां राज्य सरकार से योजनाओं का पिटारा खोल कर रख दिया है. ईडी, आईबी भी कर लिया लेकिन कुछ ज्यादा असर नहीं दिखाई दिया. ऐसे में एक ही रास्ता है पीएम नरेंद्र मोदी.
एक ही मुद्दा- धार्मिक एजेंडा
एक्सपर्ट का कहना है कि पीएम मोदी किसी भी राज्य में चुनाव घोषणा होने के कुछ समय पहले पहुंचते हैं, लेकिन राजस्थान में 6 महीने पहले एंट्री हो गई है. क्योंकि स्थितियों को भाप लिया गया है. राजस्थान में पार्टी को फिर मजबूत स्थिति में लाना है. वैसे बीजेपी अब किन मुद्दों को लेकर सरकार पर हावी होगी यह बड़ा सवाल है. धार्मिक एजेंडे के अलावा बीजेपी के पास कोई और ऑप्शन नहीं है. इसलिए कर्नाटक में अंत में बजरंगबली की एंट्री हुई, लेकिन राजस्थान में अभी से हो गई.
इस बार बीजेपी की चुनावी रणनीति धार्मिक भावनाओं के आस पास ही चलेगी. पीएम मोदी की सभा भी प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्रीनाथ नगरी नाथद्वारा में हो रही है. साथ ही वह सिरोही जिले में भी जाएंगे. यह मेवाड़ और मारवाड़ का सेंटर मीटिंग पॉइंट है. यहां से मेवाड़ और मारवाड़, दोनों पर निशाना साधा जा सकता है.
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