Rajasthan Assembly Election 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 31 मई को अजमेर (Ajmer) में जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके साथ ही वो दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों का बिगुल भी फूंक देंगे. पीएम के दौरे को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. अजमेर के कायड़ विश्राम स्थली में होने वाली जनसभा को लेकर बीजेपी (BJP) पिछले एक सप्ताह से भीड़ जुटाने के लिए मेहनत कर रही है. पीएम मोदी की इस रैली में भारी भीड़ जुटने की उम्मीद भी है.
पीएम मोदी की इस रैली में "संपर्क से समर्थन" कार्यक्रम की शुरुआत भी होगी. राजनीतिक मायनों में पीएम मोदी का यह दौरा आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर अहम माना जा रहा है. वर्तमान में अजमेर संभाग की 29 विधानसभा सीटों में भाजपा के पास महज 13 सीटें हैं. कांग्रेस भी भाजपा के बराबर 13 सीटों पर काबिज है. भाजपा की कोशिश रहेगी कि अजमेर संभाग में 2013 के विधानसभा चुनावों की तरह क्लीन स्वीप करे. 2013 विधानसभा चुनावों में भाजपा ने यहां 27 सीटें हासिल की थी.
अजमेर संभाग की 29 सीटों पर सीधा असर
कांग्रेस के पास सिर्फ एक सीट थी. वहीं खींवसर की एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल जीते थे. बाद में हुए उपचुनावों में मांडलगढ़ और नसीराबाद सीट जीतकर कांग्रेस अजमेर संभाग में कुल तीन सीटों पर काबिज थी. इसके बाद हुए 2018 विधानसभा चुनावों में भाजपा को नुकसान हुआ. वहीं कांग्रेस को बड़ी संख्या में फायदा हुआ था. 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा नागौर और टोंक जिलों में बुरी तरह से पिछड़ गई थी. अब पीएम मोदी अजमेर में रैली के बहाने 29 सीटों को सीधे तौर पर साधेंगे. वहीं अजमेर से जुड़ी जयपुर जिले की कुछ सीटों पर भी यह रैली असर डालेगी.
वर्तमान में अजमेर संभाग में यह स्थिति
अजमेर जिले की आठ विधानसभा सीटों में भाजपा पांच और कांग्रेस दो सीटों पर काबिज है. वहीं एक सीट निर्दलीय ने हासिल की है. नागौर जिले में छह सीटों पर कांग्रेस और दो सीटों पर भाजपा का कब्जा है. यहां दो सीटें आरएलपी के पास है. टोंक जिले की चार विधानसभा सीटों में एक भाजपा और तीन सीट पर कांग्रेस है. भीलवाड़ा जिले की सात सीटों में भाजपा के पास पांच और कांग्रेस के पास दो सीटे हैं. वर्तमान में अजमेर संभाग की 29 सीटों में भाजपा और कांग्रेस दोनों के पास 13-13 विधानसभा सीटें है.
पिछले पांच महीने में पीएम मोदी का चौथा दौरा
पिछले पांच महीनों में प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के तीन दौरे किए हैं. 28 जनवरी को भीलवाड़ा के आसींद में देवनारायण जयंती समारोह में शिरकत की. इस दौरे के बहाने पीएम ने गुर्जर बाहुल्य वोटों को साधने की कोशिश की थी. उसके बाद 12 फरवरी को दौसा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस -वे का शुभारंभ किया. 12 मई को नाथद्वारा और आबूरोड में जनसभा को संबोधित किया. वहीं अब 31 मई को अजमेर दौरे से पीएम मोदी की राजस्थान के विधानसभा चुनावों में सीधी एंट्री मानी जा रही है.
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