Kota Railway Station: कोटा मंडल के 14 स्टेशन स्टेशनों की बदलेगी सूरत, कल PM मोदी वर्चुअली करेंगे कामों का शिलान्यास
Rajasthan: अमृत भारत स्टेशन स्कीम 2023 को लेकर पीएम छह अगस्त कोटा मंडल के 14 स्टेशनों पर होने वाले विकास कार्य और आधुनिक सुविधाओं को शुरू किए जाने वाले कार्यों का शिलान्यास को वर्चुअली करेंगे
Redevelopment Of Railway Stations: अमृत भारत स्टेशन स्कीम 2023 (Amrit Bharat Station Scheme 2023) के तहत छह अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी कोटा (Kota) मंडल के 14 स्टेशनों पर होने वाले विकास कार्य और आधुनिक सुविधाओं को शुरू किए जाने वाले कार्यों का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे. शिलान्यास के साथ ही कोटा के मंडलों में विकास की नई बयार चलेगी और रेल यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी.
कोटा में ऐसे 14 स्टेशन हैं, जिनका विकास होना है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के करीब 1000 छोटे और महत्वपूर्ण स्टेशनों का आधुनिकीकरण करके उनकी सुविधाओं में वृद्धि करना है. अमृत भारत स्टेशन स्कीम 2023 के तहत छोटे स्टेशनों को चिन्हित किया गया है, जिसमें वहां की स्थिति के अनुसार हर सुविधा को विकसित किया जाएगा. इस योजना के माध्यम से सभी रेलवे स्टेशनों पर रूफ प्लाजा और सिटी सेंटर का विकास भी किया जाएगा.
दिव्यांगों के साथ हर यात्री को मिलेगी सुविधा
इसके अतिरिक्त स्टेशनों के नवीनीकरण में आम यात्रियों के साथ ही दिव्यांग नागरिकों के लिए भी स्पेशल सुविधा की व्यवस्था की जाएगी. मंडल रेल प्रबंधक कोटा मनीष तिवारी ने बताया कि कोटा के 14 स्टेशनों को इस स्कीम में शामिल किया गया है. कोटा और डकनिया तलाव सहित अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कुल 19 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है. जिसमें से कोटा मंडल के 14 स्टेशनों कोटा, डकनिया तलाव, भरतपुर, बयाना, हिण्डौनसिटी, श्री महावीर जी गंगापुर सिटी, सवाई माधोपुर, रामगंज मंडी, भवानी मंडी, शामगढ़, विक्रमगढ़ आलोट, बारां और छाबरा गुगोर के पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास 6 अगस्त को प्रधानमंत्री द्वारा विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा.
कोटा मंडल के कोटा जंक्शन (229 करोड़), डकनिया तलाव (132 करोड़), सवाई माधोपुर जंक्शन (38.9 करोड़), भरतपुरजंक्शन (29.6 करोड़), रामगंज मंडी जंक्शन (27.8 करोड़), बयाना (24.9 करोड़), गंगापुर सिटी (24.5 करोड़), भवानी मंडी (24.1 करोड़), बारां (23 करोड़), शामगढ़ (21.6 करोड़), छबड़ा गूगोर (21.2 करोड़), हिंडौन सिटी (19.8 करोड़), विक्रमगढ़ आलोट (18.9 करोड़) और श्री महावीर जी (18.7 करोड़) की लागत से विकास किया जाना है.