Rajasthan News: पश्चिमी राजस्थान (Rajasthan) के धोरों की धरती का पोकरण (Pokhran) जिला परमाणु नगरी के रूप में पहचाना जाता है. पोकरण जिले को रेल मंत्रालय ने सौगात दी है. पोकरण जिले के लोगो की ट्रेन ठहराव की मांग को मान लिया गया है.  रेलवे मंत्रालय ने अब यहां लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव को हरी झंडी दे दी है.


केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने अपने वर्चुअल संदेश में क्षेत्रवासियों को बधाई दी. शेखावत ने कहा कि अब जैसलमेर जाने वाली ट्रेनें पोकरण शहर से होकर गुजरेंगी और यहां उनका ठहराव भी होगा. केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि ब्रॉडगेज लाइन बनने के बाद पोकरण में लंबी दूरी की ट्रेनों का आना तकनीकी कारणों से बंद हो गया था.


केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री ने क्या कहा
उन्होंने कहा " इस समस्या को दूर करने के लिए मैं भी निरंतर प्रयास कर रहा था. मैंने आप लोगों को भरोसा दिलाया था कि एक स्थायी समाधान  निकाला जाएगा. एक नई लाइन बिछाकर भी इस समस्या का स्थायी समाधान करेंगे. उन्होंने कहा रेल मंत्री से तकनीकी डिस्कशन के बाद इस समस्या का समाधान हो गया है. अब से सभी ट्रेनें पोकरण से होकर गुजरेंगी और यहां नियमित रूप से रूकेंगी."


इन ट्रेनों का होगा ठहराव
शेखावत ने बताया कि जयपुर-जैसलमेर एक्सप्रेस, लालगढ़-जैसलमेर एक्सप्रेस, काठगोदाम-जैसलमेर एक्सप्रेस और बांद्रा जैसलमेर एक्सप्रेस आते और जाते समय पोकरण में ठहराव के बाद जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं रेल मंत्री का इस क्षेत्र का सांसद होने के नाते आभार व्यक्त करता हूं और क्षेत्रवासियों को इस बहुप्रीक्षित कार्य के पूरा होने पर बधाई देता हूं. 


नई लाइन के लिए सर्वे मंजूर- अश्विनी वैष्णव
वहीं अपने वीडियो संदेश में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा " मेरा पोकरण आना तय था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी  चैन्नई में वंदे भारत ट्रेन को लॉन्च कर रहे हैं.  इस कारण मैं आ नहीं सका. केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत जी ने पोकरण की समस्या के बारे में बताया था. उसका समाधान कर दिया गया है. टेक्नोलॉजी को अपग्रेड कर दिया गया है. अब ट्रेनें पोकरण शहर के अंदर आएंगी. इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए एक और लाइन बनाने का भी फैसला किया गया है. इसका सर्वे भी सेंक्शन हो गया है, वो प्रोजेक्ट भी आप सबके सामने जल्द 


1938 में पोकरण में रेलवे स्टेशन की स्थापना
पोकरण रेलवे स्टेशन को लंबी दूरी की रेलों से जोड़ने  की मांग को लेकर जिले के बीजेपी नेताओं ने दिल्ली में केन्द्रीय रेल मंत्री से मिलकर चर्चा की थी. दरअसल, आजादी से पहले साल 1938 में पोकरण में रेलवे स्टेशन की स्थापना की गई थी. उस समय पोकरण स्टेशन मारवाड़ का अंतिम स्टेशन हुआ करता था. समय के साथ पोकरण रेलवे स्टेशन पर कई तरह से विकसित किया गया. साथ ही स्टेशन का आधुनिकीकरण भी किया गया. वर्तमान में पोकरण से जोधपुर, अहमदाबाद और जम्मुतवी तक 3 ट्रेनें चलती हैं. 


वहीं लंबी दूरी की ट्रेनों  का पोकरण से संचालन न होकर गोमट और रामदेवरा से होता है. ऐसे में पोकरण क्षेत्र के लोगों को गोमट और रामदेवरा जाकर यात्रा करनी पड़ती है. इससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसी को लेकर लंबे समय से पोकरण से रामदेवरा वाया कैलाश टैकरी होते हुए सीधी रेल लाइन बिछाने की मांग की जा रही है.


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