Kota Police in Action: कोटा शहर पुलिस अधीक्षक ने शहर में अपराध को कम करने और अपराधियों में भय पैदा करने के लिए एक विशेष अभियान की शुरूआत की है. इसमें एक अपराधी के लिए एक पुलिसकर्मी को लगाया गया है.इस सम्बंध में कोटा के पुलिस अधीक्षक (शहर) शरद चौधरी ने 200 पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की बैठक ली. इसमें उन्होंने सभी को दिशा-निर्देश जारी किए.इस योजना के तहत एक पुलिसकर्मी को एक अपराधी की जन्म कुंडली रखने और उसके सभी अपराध और गतिविधियों पर निगरानी रखते हुए नियंत्रण करने को कहा गया है.
पुलिस जुटाएगी अपराधी की संपत्ति का ब्योरा
शहर पुलिस अधीक्षक ने बैठक में बताया कि कोटा शहर के अपराधियों अब खैर नहीं होगी.अपराधियो की चल/अचल संपत्ति का ब्यौरा पुलिस रखेगी. संपत्ति वैध नहीं मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.शरद चौधरी ने बताया कि पुलिस लाईन में कोटा शहर के समस्त थानों पर चिन्हित हिस्ट्रीशीटर, हार्डकोर, गैंगस्टर अपराधियों की निगरानी के लिए 'एक अपराधी, एक पुलिसकर्मी' योजना चलाई जा रही है. इसके तहत प्रत्येक अपराधी पर निगरानी के लिए संबंधित थानों पर पुलिसकर्मियों की बैठक आयोजित की गई.इस बैठक में भगवान सहाय, अपराध सहायक, संचित निरीक्षक पुलिस लाईन कोटा शहर शिवराज सिंह, उप अधीक्षक पुलिस प्रोबेशनर आदि शामिल हुए.
कोटा शहर में हैं कितने अपराधी
योजना के तहत कोटा शहर में चिन्हित प्रत्येक अपराधी पर निगरानी रखने के लिए संबंधित थाने से 01 पुलिस अधिकारी , कर्मचारी को मनोनीत किया गया है. ये लोग अपराधी की सभी गतिविधियों की निगरानी करेंगे.पुलिस के मुताबिक कोटा शहर में कुल 397 हिस्ट्रीशीटर, 51 हार्डकोर, चार गैंगस्टर, जिला स्तर पर 10, रेंज स्तर पर और और राज्य स्तर पर तीन अपराधियों को चिन्हित किया गया है.
'एक अपराधी, एक पुलिसकर्मी' अभियान के तहत अपराधियों पर ऐसे कसी जाएगी नकेल
- पुलिस चिहिन्त अपराधियों पर निगरानी रखते हुए उनकी चल/अचल संपत्ति का ब्यौरा रखेगी.
- चिन्हित अपराधियों के आय स्रोतों की पूर्ण जानकारी रखी जाएगी.
- अपराधी के साथियों और परिवारजनों और उसकी सहायता करने वालों की जानकारी रखते हुए उनकी निगरानी की जाएगी.
- थानों में पहले से चले आ रहे ऐसे हिस्ट्रीशीटर जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं और पिछले कई सालों से अपराध नही कर रहे हैं, ऐसे अपराधियों की निगरानी बंद कर नए अपराधियों की निगरानी की जाएगी.
- ऐसे अभ्यस्त अपराधी जो लगातार वारदातें कर रहे हैं. ऐसे बदमाशों की हिस्ट्री शीट पत्रावली नहीं खोली गई है,उन पर निगरानी रखते हुए उनका रिकॉर्ड तैयार कर हिस्ट्री शीट पत्रावली खोली जाएगी.
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