Kanhaiyalal Murder Case: उदयपुर ने 28 जून 2022 को देश को हिला देने वाले कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में अब पुलिस अधिकारी सम्मानित होंगे. इसके लिए पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने एक सूची जारी की है. हालांकि इस सूची में सिर्फ कन्हैयालाल हत्याकांड से जुड़े पुलिसकर्मी ही नहीं, पेपर लीक खुलासा, उदयपुर के ओढ़ा रेलवे ब्रिज ब्लास्ट सहित अन्य मामले में राजस्थान के 272 पुलिसकर्मी सम्मानित होंगे. सम्मान में पुलिसकर्मियों को डीजी प्रशस्ति डिस्क और प्रशस्ति रोल दिया जाएगा. इस सूची में आईपीएस, आरपीएस से लेकर कांस्टेबल तक शामिल है. जानिए कौन है वह पुलिसकर्मी जो होंगे सम्मानित.


तीनों ही राजस्थान की बड़ी घटना हुई थी उदयपुर में
उदयपुर जिले पिछले वर्ष 2022 में देश और दुनिया की नजरों में आता है. क्योंकि यहां दिल दहला देने वाला हत्याकांड, चौकाने वाला पेपर लीक और सैकड़ों की जान लेने की नीयत वाली घटनाएं हुई है. पहले घटना 28 जून 2022 को हुई जो एक आतंकी घटना थी जिसने देश को हिलाकर रख दिया. यह थी गला रेतकर कन्हैयालाल तेली की हत्या. इसके बाद 12 नवंबर 2022 को हुई जो थी ओढ़ा रेलवे ब्रिज ब्लास्ट. इस रेलवे ट्रेक का 13 दिन पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्धघाटन किया था. पहले यह आतंकी घटना लगी लेकिन खुलासे के बाद स्थानीय व्यक्ति की आरोपी निकले. फिर 23 दिसंबर को हुआ शिक्षक भर्ती पेपर लीक प्रकरण. इसमें एक बस से 44 लोगों को पेपर के साथ गिरफ्तार किया. इसकी आंच आरपीएससी तक पहुंची. इन्ही मामलों में पुलिसकर्मियों को सम्मान मिलने वाला है.


इन पुलिस अधिकारियों और जवानों को मिलेगा सम्मान
पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने जो 272 पुलिसकर्मियों के सम्मान की सूची जारी की है इसमें प्रदेश में अपराध, प्रशासन, कानून व्यवस्था और इंटेलिजेंस क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वालों को शामिल किया गया है. इसमें उदयपुर के बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड, ओढ़ा रेलवे ब्रिज ब्लास्ट और आरपीएससी पेपर लीक मामले में जांच और खुलासों को लेकर उदयपुर एटीएस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार, सीआईडी एएसपी डॉ. विक्रम सिंह, ग्रामीण एएसपी मुकेश सांखला, सराड़ा डीएसपी राजेन्द्र सिंह जैन, जावर माइंस थाने के कांस्टेबल मांगीलाल खराड़ी, तत्कालीन पुलिस अधीक्षक उदयपुर हाल भिवाड़ी विकास शर्मा और तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदयपुर अभी कोटा एएसपी चंद्रशील ठाकुर के नाम शामिल हैं. 


यही नहीं कन्हैयालाल हत्याकांड कर भागने वाले दोनों आरोपियों को पकड़ने वाले राजसमन्द के पुलिसकर्मियों को भी सम्मान मिलेगा. इसमें 14 पुलिस अधिकारी और जवान शामिल है, जिसमें तत्कालीन राजसमन्द एसपी सुधीर चौधरी, भीम डीएसपी राजेन्द्र सिंह सहित एएसआई, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल शामिल हैं.


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