G-20 Summit Sherpa Meeting: राजस्थान के उदयपुर में देश की पहली G-20 शेरपा बैठक का आगाज रविवार को हो चुका है. वहीं सोमवार से उदयपुर के सिटी पैलेस स्थित दरबार हॉल में बैठक भी शुरू हो चुकी है. इससे पहले भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने भी मीडिया से बातचीत कर बैठक के विषयों के बारे में बताया. इधर G-20 शेरपा सम्मेलन के लोगो पर राजनीति शुरू हो गई है. G-20 के लोगो पर कमल का फूल होने पर कांग्रेस नेता और सांसद जयराम रमेश ने ट्वीट कर इसे 'बेशर्मी की हद' बताया.


जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले पीएमओ की तरफ से जी-20 के लोगो का अर्थ बताया गया था. हालांकि, दोनों ही ट्वीट नवंबर महीने में किये गए हैं.


कार्यक्रम और लोगो में कमल
शेरपा को देश की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए जग मंदिर और माणकचौक में सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाएगा. इसमें जो स्टेज सजाया गया है, उसमें कमल के फूलों की थीम रखी गई है. वहीं मेहमानों को लाने वाले कर्मचारियों को भगवा रंग की हुडी पहनाई गई है. इधर लोगो में ग्लोब बना हुआ है जो हरे और केसरिया रंग के कमल पर रखा हुआ है. 


जयराम रमेश ने यह किया ट्वीट
सांसद जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखा कि '70 साल पहले नेहरू ने कांग्रेस के झंडे को भारत का झंडा बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. अब बीजेपी का चुनाव चिन्ह G-20 की भारत की अध्यक्षता के लिए आधिकारिक लोगो बन गया है. हम अब तक जानते हैं कि  मोदी और बीजेपी बेशर्मी से खुद को बढ़ावा देने का कोई अवसर नहीं खोएंगे.'




पीएमओ ने यह किया था ट्वीट
इस ट्वीट से पहले पीएम मोदी ने लोगो के बारे में ट्वीट किया था. ट्वीट में लिखा था कि 'वसुधैव कुटुंबकम' के मंत्र के जरिये विश्व बंधुत्व की जिस भावन को हम जीते आए हैं वह विचार इस लोगो और थीम में प्रतिबिंबित हो रहे हैं. इस लोगो में कमल का फूल पौराणिक धरोहर, हमारी आस्था, हमारी बौद्धिकता को चित्रित कर रहा है. G-20 का यह लोगो केवल एक प्रतीक चिन्ह नहीं है. यह एक संदेश है, एक भावना है, जो हमारी रगों में है यह एक संकल्प है.




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