जयपुर: राजस्थान में आजकल 'जय श्री राम' और 'सियाराम' पर सियासत तेज हो गई है.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि बीजेपी और आरएसएस ने सीता को राम से अलग कर दिया.इसलिए हम कहते हैं 'जय सिया राम बोलो'.उनके इस बयान पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने निशाना साधा है.उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भले ही अब जगह-जगह जय 'सियाराम' के नारे लगा रहे हों.लेकिन जब राम मंदिर निर्माण की बात थी तब उनकी पार्टी का कोई भी नेता देश की जनता के साथ नहीं खड़ा था.


बीजेपी ने कांग्रेस पर क्या आरोप लगाए हैं


सतीश पूनिया ने कहा कि अब जय सियाराम का नारा लगाने से देश की जनता उनके बहकावे में नहीं आएगी.कांग्रेसी नेता रंगे सियार की तरह बर्ताव कर रहे हैं.कभी वो टोपी पहनते हैं,कभी जनेऊ धारण करते हैं,कभी त्रिपुंड लगाते हैं.जनता उनकी इस बात की हकीकत समझती है.इसलिए कांग्रेस का जो आचरण है.शेर की खाल पहनने जैसा है,शेर का नहीं.


सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने अब तक सिर्फ तोड़ने का काम किया है.देश के विभाजन से लेकर प्रदेश के टुकड़े करने का काम कांग्रेस पार्टी के नेता करते आए हैं.वहीं चुनाव में जातियों को बांटने का काम भी उन्हीं के पार्टी के नेताओं ने किया है.क्योंकि उनकी सहुलियत थी कि वोट बैंक पुख्ता होता था.लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं कर रही है.हम विकास के साथ देश को जोड़ने का काम कर रहे हैं.जोड़ने का काम बीजेपी ने किया.वहीं कांग्रेस अब भी तोड़ने का काम ही कर रही है.


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने क्या कहा था


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को 167 नई बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस सेवा 108 के शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान लगाए गए 'जय सियाराम' के नारे पर को लेकर बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा.उन्होंने कहा था,"उन्होंने सीता को राम से अलग कर दिया है.इसलिए हम कहते हैं 'जय सिया राम बोलो'.जब हम 'जय सियाराम' कहते हैं,तो हमें लोगों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिलती है." गहलोत ने कहा,''लोग अब भाजपा की विभाजनकारी नीतियों को समझ गए हैं. बीजेपी 'जय श्री राम' का नारा लगाकर गुस्सा और डर भड़काने की कोशिश करती है.राहुल गांधी गांधी के आदर्शों पर चलते हैं.वह प्यार से डर पर जीत हासिल करते हैं.''


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