Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जयपुर जयपुर ही रहेगा उसे उत्तर और दक्षिण में नहीं बांटना चाहिए. उनका कहना है कि जयपुर की अपनी पहचान है और इसका अपना एक नाम है. जयपुर की अपनी संस्कृति है. अगर हम जयपुर को उत्तर और दक्षिण में बांट देंगे तो बड़ा अजीब सा लगेगा. यह अच्छा भी नहीं होगा.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने आगे कहा कि जयपुर को एक रखे रहने की मुहिम भी छेड़ी है. उनका कहना है कि जयपुर के सभी विधायक चाहते हैं कि जयपुर का बंटवारा ना हो और जयपुर में जैसे चार एसपी बैठते हैं ऐसे ही चार कलक्टर भी बैठ जाएं. जयपुर के बंटवारे से उसका नुकसान होगा. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री भी नहीं चाहते हैं कि जयपुर का बंटवारा हो बल्कि मुख्यमंत्री चाहते हैं जयपुर को सबसे ज्यादा फायदा कैसे पहुंचाया जाए?
'राजधानी जयपुर ही रहेगी'
जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 19 नए जिलों की घोषणा की थी तो उसी दिन से राजस्थान की राजधानी जयपुर को लेकर के सवाल होने लगे थे. लोगों का कहना है कि इसमें यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि राजस्थान की राजधानी जयपुर उत्तर में रहेगी या जयपुर दक्षिण में होगी. इसी बात को लेकर की लगातार एक असमंजस की स्थिति बनी हुई है. अब यह साफ हो रहा है कि मंत्री के कहने के बाद अब राजस्थान की राजधानी जयपुर ही रहेगी.
चल रहा है आंदोलन
बता दें कि जयपुर जिले के दो भागों में बांटने से खफा जयपुर में कुछ लोगों ने अभियान शुरू किया है. अभियान का नाम दिया है, 'म्हारो जयपुर प्यारो जयपुर, यह अभियान तेजी से आगे बढ़ने लगा है. कुछ लोगों ने मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और विधायक नरपत सिंह राजवी से मुलाकात की है. उसके बाद यह बात साफ होने लगी अब अभियान आगे बढ़ेगा और सभी चाहते हैं कि जयपुर का टुकड़ा न किया जाए ? क्योंकि अभियान तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है.
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