Rajasthan News: 10 दिन बाद भी नहीं सुलझा प्रतापगढ़ की गुफा का रहस्य, शिकार करने गए युवक का अब तक नहीं चला पता
Pratapgarh: बांसवाड़ा संभाग के प्रतापगढ़ जिले में जंगल के बीच एक गुफा का रहस्य सभी एजेंसियों को उलझन में डाले हुए है. यहां 10 दिन पहले एक युवक शिकार करने गुफा के अंदर गया था जो अब तक नहीं लौटा.
Pratapgarh News: बांसवाड़ा (Banswara) संभाग के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) जिले में जंगल के बीच एक गुफा का रहस्य सभी एजेंसियों को उलझन में डाले हुए है. यहां 10 दिन पहले एक युवक शिकार करने गुफा के अंदर गया था, जो अब तक नहीं लौटा. युवक को रेस्क्यू कर बचाने के लिए राजस्थान सहित अन्य राज्यों की टीमें भी तैनात कर दी गईं. युवक का निशान तो मिला, लेकिन युवक का कोई पता नहीं चल पाया है. यह घटना प्रतापगढ़ जिले के छोटी सादड़ी उपखंड के काकरा जंगल में स्थित का एक गुफा की है. यहां 10 दिन से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन युवक कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
दरअसल, जिले के छोटी सादड़ी उपखंड के करणपुरा ग्राम पंचायत के कंबोलिया गांव के तीन दोस्त तीन सितंबर को कांकरा के जंगलों में सेही का शिकार करने निकले थे. इसमें 30 साल का गुड्डू मीना, 34 साल का चांदमल और 25 साल का रामलाल उर्फ रामू थे. दोनों दोस्तों ने बताया कि टोपीदार बंदूक लेकर शिकार करने गए थे. जंगल ने तीन फीट चौड़ी एक गुफा दिखी. रामलाल गुफा के अंदर गया. कुछ देर तक उसके बोलने और हमारा द्वारा पूछने पर जवाब आया, लेकिन थोड़ी ही देर बाद उसने जवाब देना बंद कर दिया. हमने बहुत देर तक आवाज लगाई. फिर जंगली जानवरों के डर से वहां से भागे और पास ही गांव में जाकर लोगों को बात बताई.
गुजरात से एनडीआरएफ टीम को बुलाया गया
उन दोनों ने बताया कि उस समय रात के करीब 9 बजे थे. ग्रामीण साथ में आए और टॉर्च की रोशनी से तलाश की, लेकिन रामलाल कोई पता नहीं चला. फिर अगले दिन गए तो भी रामलाल का कोई पता नहीं चला. फिर पुलिस को सूचना दी गई. वहीं बात पुलिस तक पहुंची तो उसने दोनों दोस्तों से पूछताछ की. इसके बाद पुलिस ने और स्थानीय रेस्क्यू टीम ने सर्च किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए गुजरात वडोदरा से एनडीआरएफ टीम को बुलाया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली. यह जरूर हुआ कि रामलाल का गमछा मिला. फिर उदयपुर और जयपुर की एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया.
टीमें कैमरे की सहायता से गुफा में देख सर्च कर रही है. यहीं नहीं गुफा के पत्थरों को तोड़ने का प्लान भी बनाया गया है. केवल खनन विभाग से अनुमति का इंतजार है. इधर प्रतापगढ़ एसपी अमित कुमार ने मीडिया को बताया कि टीम कैमरे की सहायता गुफा में पहुंची, लेकिन 25 फीट जाने के बाद कैमरा आगे नहीं गया. संभवतया गुफा की गहराई 25 फीट ही है. फिर भी टीमें लगातार युवक के रेस्क्यू का प्रयास कर रही हैं.