Rajasthan: 'सचिन पायलट के बड़े नेता... सीएम गहलोत अपने बयान पर दें स्पष्टीकरण', राजस्थान के मंत्री का बयान
Rajasthan News: गहलोत सरकार में मंत्री ने कहा है कि सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने यात्रा निकालने का आह्वान किया है.
Rajasthan Politics: राजस्थान की सियासत में इन दिनों घमासान मचा हुआ है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी खींचतान पर तमाम नेता अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं इस बीच गहलोत सरकार में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास का बयान सामने आया है. कैबिनेट मंत्री ने कहा है कि सीएम गहलोत को उस बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कांग्रेस की सरकार बचाई.
'स्पष्टीकरण दें सीएम गहलोत'
प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा, "सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने यात्रा निकालने का आह्वान किया है. इस यात्रा के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों के बारे में मुझे नहीं पता है. मुख्यमंत्री को अपने बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए (दावा है कि वसुंधरा राजे ने अपनी सरकार बचाई)."
Sachin Pilot is a senior leader of the Congress party who has called to take out a yatra. I don’t know about the issues which will be raised during this yatra...The CM should give a clarification on his statement (claiming Vasundhara Raje saved his govt): Congress leader &… pic.twitter.com/x6AFpObdu3
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) May 10, 2023
सीएम बोले- वसुंधरा राजे की वजह से बची सरकार
बता दें कि रविवार को सीएम अशोक गहलोत ने अपने बयान में कहा था कि साल 2020 में जब कांग्रेस सरकार पर संकट आया था तो वसुंधरा राजे ने धन बल के इस्तेमाल से चुनी हुई सरकार गिराने से इंकार कर दिया था, उनकी वजह से सरकार गिरने से बच गई थी.
'कांग्रेस आलाकमान की वजह से बची सरकार'
इससे पहले प्रताप सिंह खाचरियावास ने 2020 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर आए राजनीतिक संकट का जिक्र करते हुए कहा था कि जब सरकार पर संकट आया तो वह 'फ्रंट फुट' पर लड़े और 102 विधायकों ने भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के मजबूत नेतृत्व पर भरोसा जताया. यही कारण है कि राजस्थान में सरकार बच गई. सरकार सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बिना नहीं चल सकती थी और तब 102 विधायकों ने उन पर और उनके भेजे गए दूत केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन पर भरोसा जताया था.
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