Rajasthan News: गांवों और कस्बों में रहने वाली युवतियां हर तरह की विपरीत परिस्थितियों को छोड़कर आगे बढ़ रही हैं.वो अपने राज्य और देश का ना रोशन कर रही है.चाहे वह खेल जगत में हो या फिर कोई अन्य एरिया. ऐसा ही एक मौका राजस्थान को मिला है. राज्य के छोटे से गांव से आने वाली युवती ने 'मिस इंटरनेशनल इंडिया' का खिताब जीता है. उदयपुर संभाग के प्रतापगढ़ जिले के छोटे से गांव केसुंदा के रहने वाली प्रवीना आंजना 12वीं कक्षा के बाद से घर से बाहर निकलीं थीं. कुछ माह की मेहनत से इस खिताब तक पहुंची. जानिए इनकी जर्नी.


ऐसे हुई शुरुआत


प्रवीना आंजना ने कहा कि पहले से कुछ भी नहीं सोचा था. बस एक मौका आया और वहां से इस खिताब को पाया.उन्होंने बताया कि 12वीं तक की पढ़ाई मध्य प्रदेश के नीमच जिले से की.इसके बाद चार्टेड अकाउंटेड की तैयारी करने के लिए उदयपुर शहर में आईं. फर्स्ट अटेंप में ही सीए क्लियर हुआ.इसके बाद आर्टिकलशिप के लिए मुंबई चली गई. जैसे कॉलेज ने मिस फ्रेशर सहित अन्य कार्यक्रम होते है.आर्टिकलशिप करने के दौरान वहां भी ऐसी प्रतियोगिता हुई.उसमें विनर रही थी.यहीं से इस लाइन में आगे जाने के सोचा.लेकिन चाहती थी सीए पूरी करूं. वह पूरी की और जॉब भी शुरू की.इस साल जनवरी से प्रतियोगिता की तैयारी शुरू की.वीडियो देखकर वॉक कैसे करते हैं, कैसे सवाल पूछते हैं और जवाब कैसे देने होते हैं आदि बातों को सीखा.अब यह मुकाम हासिल किया है.अब जापान में मिस इंटरनेशनल होने वाला है.चाहती हूं देश के लिए यह खिताब जीतूं.


इस एरिया में को ही क्यों चुना. 


मैं एक छोटे से गांव केसुन्दा से हूं. जहां लड़कियों की बहुत जल्द शादी करवा दी जाती है. पढ़ाई में उन्हें इतना साथ नहीं दिया जाता है. तो मेरा उद्देश्य भी यही था कि मैं किसी अच्छे मुकाम पर पहुंचकर उन सभी लड़कियों को प्रोत्साहित कर सकूं. साथ ही उन्हें ये विश्वास दिलाऊ कि अगर मैं कर सकती हूं,तो तुम सब भी कुछ अच्छा करने के लिए सक्षम हो.


अब आगे क्या लक्ष्य है आपका,क्या फिल्मों में जाएंगी?


आगे मुझे इंटरनेशनल खिताब के लिए जापान जाना होग. वहां मुझे अपने देश का नाम रोशन करने का मौका मिलेगा.उसके लिए में पूरी कोशिश करूंगी की ये खिताब मैं अपने देश के नाम करूं.फिलहाल अभी फिल्मों की दुनिया में जाने का सोचा नहीं है.अभी फोकस देश के लिए खिताब जीतना है. 


महिलाओं को क्या मैसेज देना चाहती हैं?


महिलाओं को यही मैसेज देना चाहूंगी कि एक अच्छा एवं सम्मानित जीवन जीने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है. अगर सब साथ मिलकर आवाज उठाएंगे तो भारत की कोई भी लड़की अशिक्षित नहीं रहेगी और बाल विवाह का शिकार नहीं बनेगी.


महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध क्या कहेंगी. 


यह बहुत दुःख की बात है कि हमारे भारत में महिलाओं को शक्ति के नाम से पूजा जाता है. वहीं उनके साथ दुष्कर्म भी होता है. यही कहना चाहती हूं कि हमारे देश की महिलाएं आत्मरक्षा तकनीकों को सीखें,ताकि जरूरत आने पर उसका प्रयोग कर सकें और कानून इसके लिए कड़ी से कड़ी सजा चुने ताकि कोई फिर इस तरह का काम करने का दुस्साहस ना करे.


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