Rajasthan: डिप्टी CM प्रेमचंद बैरवा को सिलसिलेवार घेरने की क्यों हुई तैयारी? इन 3 घटनाओं से समझें कहानी
Prem Chand Bairwa News: डिप्टी सीएम डॉ प्रेमचंद बैरवा के साथ लगातार विवाद जुड़ते गये. राजस्थान की सियासत में हंगामा मचने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने मोर्चा संभाल लिया है.
Prem Chand Bairwa Controversy: राजस्थान के डिप्टी सीएम डॉ प्रेमचंद बैरवा सोशल मीडिया पर चर्चा में बने हुए हैं. दरअसल, प्रेमचंद बैरवा के साथ लगातार तीन विवाद जुड़ गये. दूसरी बार के विधायक बैरवा को बीजेपी ने बड़ी जिम्मेदारी दी. बैरवा परिवहन और उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री हैं. सिविल लाइंस स्थित आवास 384 पर बड़ी संख्या में लोग डिप्टी सीएम से मिलने आते हैं. सुबह से दोपहर तक मुलाकात करने वालों का तांता लगा रहता है.
ऐसे में बैरवा की राजनीतिक पकड़ मजबूत हो रही थी. बैरवा की बढ़ती लोकप्रियता विरोधियों को रास नहीं आयी. लगातार घेरे जाने की वजह से बैरवा सुर्खियों में आ गए. एक के बाद एक बैरवा के साथ विवाद जुड़ते गये. अब खुद बीजेपी अध्यक्ष ने बैरवा के समर्थन में बयान दिया है. आइये जानते हैं विवाद की पूरी कहानी.
9 सितम्बर को 'जूता' चर्चा में
राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री ने पांच दिवसीय जापान और दक्षिण कोरिया का दौरा किया था. मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा भी थे. 9 सितम्बर को सामने आई एक तस्वीर से प्रेमचंद बैरवा का जूता चर्चित हो गया. जूते के कीमत की अटकलें लगायी जाने लगी. सोशल मीडिया पर जूते की खूब चर्चा हुई. हालांकि बैरवा का जूता मुद्दा नहीं बन सका. सूत्र बता रहे हैं कि राजनीतिक साजिश के तहत किया गया था.
बेटे की खुली कार में रील
इंस्टाग्राम पर 13 सितम्बर को कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज के बेटे कार्तिक की खुली जीप चलाने वाली रील अपलोड हुई थी. रील में प्रेमचंद बैरवा के बेटे चिन्मय बैरवा जीप चला रहे थे. वीडियो के आधार पर बैरवा को 27 सितम्बर को घेरा गया. हालांकि वीडियो काफी देखा जा चुका था. सूत्रों का कहना है कि जूते का मुद्दा नहीं बनने पर बेटे के माध्यम से बैरवा को घेरा गया. उन्होंने ऐसा बयान दिया कि आवाज दिल्ली तक पहुंच गई.
फिर दिल्ली होटल की चर्चा
बैरवा बेटे के खुली जीप वाले रील मामले से उबरे भी नहीं थे कि दिल्ली में होटल का मामला आ गया. राजस्थान में सोशल मीडिया पर बयानबाजी हुई. कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रभारी सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर लिख दिया. उसके बाद उसे भी मुद्दा बनाया गया. अब बीजेपी अध्यक्ष ने खुद कमान संभाल ली. प्रदेश अध्यक्ष के बयान से अब मामले का पटाक्षेप हुआ है.
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