Rajasthan News: राजस्थान में बीमार व वृद्ध कैदियों की होगी समय से पहले रिहाई
राजस्थान के विभिन्न जेलों मे बंद बीमार और वृद्ध कैदियों की समय से पूर्व रिहाई को लेकर जारी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. जिसके अनुसार उन्हें समय से पहले रिहा कर दिया जाएगा. आइये आपको बताते हैं
Rajasthan News: राजस्थान के विभिन्न जेलों में बंद विशेष श्रेणी के बीमार व वृद्ध कैदियों की समय पूर्व रिहाई होगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
समय से पहले रिहा करने की अनुमति दी
सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने राज्य की जेलों में लम्बे समय से सजा भुगत रहे ऐसे बंदियों, जिन्होंने सदाचार पूर्वक अपनी अधिकांश सजा भुगत ली है अथवा गंभीर बीमारियों से ग्रसित एवं वृद्ध हैं, उन्हें समय से पहले रिहा करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.प्रस्ताव के अनुसार, आजीवन कारावास से भिन्न अवधि के कारावास की सजा से दण्डित वृद्ध एवं गंभीर बीमारियों से ग्रसित ऐसे कैदियों को समय पूर्व रिहा किया जा सकेगा जो कैंसर, एड्स, कुष्ठ एवं अन्य गंभीर रोगों से ग्रसित हैं अथवा दृष्टिहीन या विकलांग हैं और अपने दैनिक क्रियाकलापों के लिए दूसरों पर निर्भर हैं.
जो बीमार हैं और लगभग 1 तिहाई सजा भुगत चुके हैं
उसके अनुसार, ऐसे वृद्ध पुरुष, जिनकी आयु 70 वर्ष तथा महिलाएं, जिनकी आयु 65 वर्ष या इससे अधिक है और सजा का एक तिहाई भाग भुगत चुके हैं, उन्हें समय पूर्व रिहाई मिल सकेगी. प्रस्ताव के तहत आजीवन कारावास भुगत रहे ऐसे बंदी जिन्होंने 14 वर्ष की सजा भुगत ली है एवं ढाई वर्ष का परिहार प्राप्त कर लिया है. साथ ही, विगत दो वर्षों में जेल में उनका आचरण संतोषप्रद रहा है और किसी जेल दण्ड से दण्डित नहीं किया गया है. ऐसे बंदियों को भी रिहा किया जा सकेगा. इसके अलावा आजीवन कारावास से भिन्न अवधि की सजा भुगत रहे ऐसे बंदी जिनकी सजा का दो तिहाई भाग पूरा हो गया है और विगत दो वर्ष से आचरण संतोषप्रद रहा है, उन्हें भी समय पूर्व रिहा किया जा सकेगा.
ऐसे बंदी जिन्हें न्यायालयों से तीन माह या इससे कम अवधि की सजा से दण्डित किया गया है, उन्हें भी रिहा किया जा सकेगा.