Muharram 2023: मातमी धुनों के साथ कोटा में निकाले जा रहे हैं ताजिए, 200 साल का है बूढ़ा ताजिया, इतने किलो चांदी से बना है
Kota News: मुहर्रम पर शहर में ताजिए निकाले जाएंगे. ताजियों के जुलूस की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. शहर में चंद्रघटा सहित अन्य स्थानों पर ताजिया निकाले और अकीदतमंदों ने जियारत कर सेहरा चढ़ाए.
Rajasthan News: शाहीदान करबला वालों की याद में शनिवार को शहर में ताजिए निकाले जाएंगे. निकाले जाने वाले ताजियों की तैयारियां पूरी हो चुकी है. शहर में चंद्रघटा सहित अन्य स्थानों पर ताजिया निकाले और अकीदतमंदों ने जियारत कर सेहरा चढ़ाए गए. मार्ग में छबीलें लगाई जाएंगी और लंगर तकसीम किया जाएगा.पूर्व पार्षद उमर सीआईडी ने बताया कि हम्मालों का ताजिया, बूढ़ा ताजिया, अंसारी समाज, जुलाहों की बुराक, बिसाइती, खलीफा समाज का ताजिया, किशोरपुरा राई का ताजिया सहित कई जगह से ताजिए आज निकाले जाएंगे.मुहर्रम प्रबंध समिति की ओर से व्यवस्था पूरी कर ली गई है.
100 साल से बनाया जा रहा है राई का ताजिया
ऐतिहासिक किशोरपुरा स्थित राई का ताजिया करीब 100 साल से अधिक पुराना है. इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मोहम्मद उमर शाह, बाबा शब्बीर शाह गुड्डू बाबा ने बताया कि किशोरपुरा मस्जिद पर मुकाम पर ताजिए पहुंच गए और आज दोपहर 3 बजे से मुकाम से किशोरपुरा छोटी मस्जिद एलीवेटेड रोड पर सुपुर्दे-आब किया जाएगा.
22 किलो का है चांदी का ताजिया, 200 साल पुराना
मकबरा स्थित चांदी का ताजिया तो बूढ़ा ताजिया कहते हैं. यह करीब 22 किलो चांदी से बना हुआ है. मकबरा थाने के पास ईमाम बाड़े में पहले मेहंदी की रस्म अदा की जा चुकी है. महिलाओं ने अपनी मन्नतों को लेकर चांदी, चूरमा, नारियल, सेहरा आदि ताजिया पर चढाए और मुराद भी मांगी. शुक्रवार को ताजिया को बाहर बिठाने के बाद रात्रि को जुम्मा मस्जिद से होते हुए कब्रिस्तान पर पहुंचे. अकीदतमंद मरसिया और नात पढ़ते हुए चलें. यहां रात को ही मुकाम से उठकर इमामबाड़ा में आ गए हैं.शहर के घंटाघर, चश्मे की बावड़ी, लाडपुरा, किशोरपुरा, भदाना सहित अन्य स्थानों पर व्यवस्थाएं की गई हैं. पांच बोट की व्यवस्था के अलावा गोताखोर टीम को अलर्ट कर दिया गया है.
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