Muslim Protest in Ajmer: राजस्थान के अजमेर जिले और आस-पास के क्षेत्रों से हजारों मुसलमान शुक्रवार को ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में जुटेंगे. यहां जुमे की नमाज के बाद पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए आपत्तिजनक बयान का विरोध करते हुए मौन जुलूस निकालेंगे. यह जुलूस दोपहर एक बजे दरगाह के मुख्य गेट से शुरू होकर कलेक्ट्रेट पहुंचेगा. इस दौरान करीब तीन घंटे तक दरगाह बाजार की सभी दुकानें बंद रहेंगी.
अजमेर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों, व्यापारियों और आमजन से सांप्रदायिक सौहार्द और कानून व्यवस्था कायम रखने की अपील की है. गुरुवार रात तक बड़ी संख्या में लोग जुलूस में शामिल होने अजमेर पहुंचे हैं. अजमेर में जुमे की नमाज के बाद होने वाले प्रदर्शन और मौन जुलूस में लोग काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे. किसी भी तरह की नारेबाजी पर रोक रहेगी. जुलूस में शामिल होने के लिए आस-पास की कई मस्जिदों से लोग अलग-अलग इलाकों से होते हुए दरगाह पहुंचेंगे. आने-जाने के दौरान सभी को मौन रहना होगा.
घर की छतों पर किया गया पुलिस को तैनात
इस दौरान किसी तरह का शोर न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन ने दरगाह क्षेत्र और आस-पास के इलाकों में सुरक्षा के माकूल बंदोबस्त किए हैं. मुस्लिम समाज के जुलूस में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए अजमेर में फोर्स बुलाई गई है. अजमेर जिले के अलावा अन्य जिलों से भी पुलिस जाप्ता और आरएसी की कंपनियां बुलाई गई हैं. एसपी विकास शर्मा ने बताया कि दरगाह क्षेत्र में बिल्डिंग की छतों पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा. दूरबीन और ड्रोन कैमरों से जुलूस में शामिल लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. मौन जुलूस के लिए करीब डेढ़ हजार पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात किए हैं. जुलूस में व्यवस्थाएं संभालने के लिए 200 वॉलिंटियर भी लगाए हैं.
जुलूस से पहले हुई बैठक
जुलूस से पहले गुरुवार शाम दरगाह थाने में बैठक आयोजित हुई. इसमें पुलिस अधिकारियों के साथ व्यापारिक मंडल, मुस्लिम समाज और इलाके के लोगों ने भाग लिया. पुलिस अधिकारियों ने चर्चा के दौरान सभी से आपसी सांप्रदायिक सौहार्द और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. व्यापारियों और आमजन ने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. बैठक में दरगाह सीओ संदीप सारस्वत, शमशेर खान, थाना प्रभारी दलबीर सिंह, दरगाह बाजार व्यापारिक मंडल पदाधिकारी होतचंद, हरीश गिदवानी और दूसरे लोग मौजूद रहे.
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