fight for Reservation in Rajasthan: राजस्थान के सैनी, माली, कुशवाहा समाज के लोग 12 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. वे भरतपुर की नदबई तहसील के अरौदा गांव के पास में जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे पर धरना दे रहे हैं. इस दौरान मंगलवार सुबह एक आंदोलनकारी ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा है,''ज्योतिबा फुले जिंदाबाद, 12 प्रतिशत आरक्षण लेकर रहेंगे.'' इस व्यक्ति ने एक पेड़ से लटककर जान दे दी.आत्महत्या करने वाला व्यक्ति अपनी बीमार पत्नी का इलाज कराकर सोमवार को ही आंदोलन में शामिल हुआ था.
भरतपुर में कहां चल रहा है सैनी-माली समाज का आंदोलन
राजस्थान के भरतपुर की नदबई तहसील के अरौदा गांव के पास जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे पर सैनी समाज 12 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर पिछले पांच दिन से धरना दे रहा है. उन्होंने जयपुर आगरा नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर रखा है.मंगलवार सुबह आंदोलनस्थल पर हाईवे के किनारे पेड़ से फंदा लगाकर एक आंदोलनकारी ने आत्महत्या कर ली. मृतक के जेब से एक सुसाइड नोट मिला है.इसमें लिखा है कि फुले समाज 12 फीसदी आरक्षण लेकर रहेगा.
सैनी, माली, कुशवाहा और मौर्य समाज की ओर से 12 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन जारी है. आंदोलनकारियों ने जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर 5 दिन से चक्का जाम कर रखा है. आंदोलन स्थल पर महिला-पुरुष बैठे हैं. आरक्षण संघर्ष समिति का 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए जयपुर गया हुआ है. वहां आज सरकार से वार्ता हो सकती है. संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने 25 अप्रैल रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद करने के निर्देश दिए हैं.
आंदोलनकारी ने सुसाइ़ड नोट में क्या लिखा है
आज सुबह जैसे ही आंदोलनकारियों को पता चला कि हाइवे के किनारे स्थित पेड़ से एक आंदोलनकारी लटका हुआ पड़ा है. तो लोग वहां पहुंचे देखा की आंदोलनकारी 48 साल का मोहन सिंह सैनी निवासी गांव ललिता मुडिया थाना हलैना ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है.
जानकारी के अनुसार मृतक मोहन सिंह के पत्नी बीमार थी. उसका इलाज जिला आरबीएम अस्पताल में चल रहा था. मृतक मोहन सिंह दो दिन पहले ही अपनी पत्नी को अस्पताल से लेकर गांव गया था. मृतक के दो बच्चे हैं, जो शादीशुदा हैं. जानकारी के मुताबिक वह सोमवार को आंदोलनस्थल पर पहुंचा था. नेशनल हाईवे पर जहां आंदोलनकारियों का महापड़ाव जारी है, वहीं सड़क के किनारे मोहन सिंह मंगलवार सुबह पेड़ से लटका हुआ मिला. उसके कपड़ों की जेब में एक सुसाइड नोट मिला है. इसमें उसने लिखा है कि ज्योतिबा फुले जिंदाबाद, 12 फीसदी आरक्षण लेकर रहेंगे.
मुख्यमंत्री से वार्ता करने जयपुर गया है प्रतिनिधिमंडल
आत्महत्या की सूचना मिलने के बाद लखनपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पेड़ से उतारकर जिला आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी पहुंचवाया. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा. वहीं आरक्षण की मांग के लिए पांच दिनों से आंदोलन कर रहे संघर्ष समिति के 15 सदस्यों की एक कमेटी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करने के लिए जयपुर गई हुई है.
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