Pulwama Terror Attack Anniversary: राजस्थान के हाड़ौती संभाग में शहीद परिवार को सरकारी घोषणा पूरी होने का इंतजार है. पुलवामा हमले में शहादत के चार साल बाद भी जांबाज सिपाही हेमराज मीणा की प्रतिमा नहीं लगी है. शहीद हेमराज मीणा के परिवार ने सरकार और स्थानीय विधायक पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है.
1 जुलाई 1976 को जन्मे हेमराज मीणा 15 मार्च 2001 को भारतीय अर्धसैनिक बल का हिस्सा बने. सीआरपीएफ के कई ऑपरेशन में उन्होंने साहसिक कारनामा दिखाया. 14 फरवरी 2019 पुलवामा हमले में हाड़ौती संभाग के वीर सपूत वीरगति को प्राप्त हो गए.
कब पूरी होगी शहादत पर की गई सरकारी घोषणा?
शहीद की याद में सरकारी नुमाइंदों की तरफ से सिपाही हेमराज मीणा की प्रतिमा लगाने का वादा किया गया. चार साल में सरकारी वादे के पूरा नहीं होने पर शहीद परिवार का दर्द छलका है. शहीद परिवार की केवल एक मांग है अदालत चौराहे पर हेमराज की प्रतिमा लगाई जाए. शहीद हेमराज मीणा की पत्नी मधुबाला ने बताया कि पति की इच्छा थी कि बेटा सेना में जाए, लेकिन अब मैं नहीं भेजना चाहती हूं. उन्होंने कहा कि शहीद को महज शहादत पर सम्मान मिलता है, उसके बाद कोई पूछने वाला नहीं होता.
हाड़ौती के लाल की अब तक नहीं लग पाई प्रतिमा
मैं एक प्रतिमा को लगाने के लिए दर-दर भटक चुकी हूं, कोई सुनवाई नहीं हुई. पत्नी बताया कि पति हेमराज को बचपन से सेना में जाने का शौक था. छुट्टियों में घर आने पर भी देश सेवा की बात करते थे. मधुबाला की मांग है कि हेमराज मीणा ने जिस स्कूल में पढ़ाई की थी, उस स्कूल का नाम भी शहीद के नाम पर रखने से नौनिहालों को देशभक्ति की सीख बचपन से मिलेगी.
उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शहीद मीणा की मूर्ति को अंतिम संस्कार वाली जगह पर लगाया, बाकी सरकार की ओर से की गई घोषणाओं के पूरा होने का इंतजार किया जा रहा है. शहीद हेमराज मीणा के परिवार में पिता हरदयाल मीणा, मां रतन बाई, 22 वर्षीय बड़ी बेटी रीना, 19 वर्षीय बेटी अंतिमा, 17 वर्षीय बेटा अजय मीणा और छोटा बेटा ऋषभ मीणा शामिल हैं.