Rajaasthan: राजस्थान की सियासी अटकलों पर ब्रेक! बंद कमरे में राहुल गांधी ने की गहलोत-पायलट से बात, निकाला समाधान?
Rajasthan Politics News: अशोक गहलोत और सचिन पायलट से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने इतना कहा कि सबकुछ ठीक है. हालांकि ये पता नहीं चल पाया कि बैठक में तीनों के बीच क्या बात हुई.
Rajasthan Politics News: राजनीति में रुचि रुखने वाले राजस्थान और देशभर के लोग चार दिसंबर के बाद से ही इस बात का इंतजार कर रहे थे कि भारत जोड़ो यात्रा के क्रम में राहुल गांधी, अशोक गहलोत और सचिन पायलट की आपस में मुलाकात कब होगी. सोमवार देर शाम वो समय आकर निकल गया. अलवर के सर्किट हाउस में तीनों की बंद कमरे में मुलाकात हुई. घंटों तक चली इस गुप्त बैठक के बाद राहुल गांधी बाहर निकले और कहा कि सबकुछ ठीक है. उनके इस बयान का संदेश साफ है, सबको मिलकर चलना है. कांग्रेस की सरकार ने अच्छा काम किया है. सभी कांग्रेसी मिलकर प्रयास करेंगे तो प्रदेश में दोबारा सरकार बनाने में कामयाब होंगे.
मूल बात छुपा गए राहुल गांधी
यहां पर गौर करने की बात ये है कि राहुल गांधी सबकुछ ठीक है, की बात कर मूल बात छुपा गए. लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर उन्होंने अशोक गहलोत और सचिन पायलट से क्या कहा? आखिर प्रदेश की जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं को दोनों की सियासी खींचतान से राहत कब मिलेगी. सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व सचिन पायलट के मध्य हर हाल में सुलह करवाना चाहते हैं. ताकि आने वाले समय में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को रिपीट किया जा सके. उसके बाद से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि अलवर सर्किट हाउस राजस्थान के सियासी इतिहास का अहम पड़ाव साबित होगा.
जिम्मेदार लोग जनता के लिए दरवाजे हमेशा रखें खुला
इस मामले में ताज अपडेट यह है कि राहुल गांधी ने राजस्थान मॉडल को और अधिक मजबूत करने पर जोर दिया है. जनता के लिए विधायक और मंत्रिमंडल के दरवाजे खुले रखने के निर्देश सहित कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करने और उसी के अनुरूप जानका की अपेक्षाओं पर खड़ा उतरने को कहा गया है. तीनों के बीच मंथन में इस बात पर जोर दिया गया है कि लोगों के काम तेजी से होंं.
मिलकर काम करने की नसीहत, पायलट को जल्द मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राजस्थान मॉडल और फाइव स्टार योजना से राहुल गांधी खासे खुश हैं. साथ ही मिलकर काम करने की भी नसीहत दी है. सूत्रों के अनुसार, पायलट को भी बड़ी जिम्मेदारी जल्द ही मिलने की संभावना है.
पार्टी को एकजुट रखने पर जोर
इन सके बीच अहम सवाल यह है कि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तकरार राजस्थान कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती अब भी है. जिस तरह से दोनों नेताओं के बीच बयानबाजी देखने को मिलती है वो कई मौकों पर पार्टी के लिए मुसीबत बन जाती है. चूंकि राजस्थान में चुनाव के एक साल से भी कम समय रह गए हैं, ऐसे में पार्टी का एकजुट रहना जरूरी है. दोनों दिग्गज नेताओं का भी मतभेद भुलाकर साथ चलना होगा. बंद कमरे में राहुल गांधी ने भी दोनों को यही समझाने की कोशिश की है.
हालांकि, इससे पहले भी राहुल ने तकरार को कम करने के लिए दोनों के साथ बैठक कर चुके हैं. देख यह है कि जमीन पर ताजा मुलाकातों का कितना असर पड़ता है. ये आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा. अभी के लिए कांग्रेस की तरफ से पूरी कोशिश हो रही है कि पार्टी को एकजुट रखा जाए.
अब पैदल यात्रा पर निकलेंगे गहलोत के मंत्री
बता दें कि सोमवार देर शाम को राहुल गांधी अलवर सर्किट हाउस से निकलकर रात्रि विश्राम के लिए रवाना हो गए. राहुल गांधी के सुझाव के बाद 26 जनवरी से राजस्थान के मंत्री पैदल यात्रा शुरू करेंगे. बैठक में राहुल गांधी संग सीएम अशोक गहलोत, सचिंन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा, जितेंद्र सिंह, टीकाराम जूली, भंवर जितेंद्र सिंह और गोविंद सिंह डोटासरा शामिल रहे.
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