Rail Coach Restaurant: बाड़मेर में रेल कोच रेस्टोरेंट की हुई शुरुआत, एंट्री के लिए टिकट की नहीं होगी जरूरत
बाड़मेर रेल कोच रेस्टोरेंट से जोधपुर रेल मंडल को प्रतिवर्ष करीब साढ़े दस लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होगा. वातानुकूलित रेस्टोरेंट में एंट्री के लिए रेलवे टिकट की जरूरत नहीं होगी.
उत्तर-पश्चिम रेलवे (North Western Railway) के बाड़मेर (Barmer) स्टेशन को रेल कोच रेस्टोरेंट (Rail Coach Restaurant) की सौगात मिल गई है. जोन के पहले रेल कोच रेस्टोरेंट का उद्घाटन आज जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक (Jodhpur Railway Division General Manager) गीतिका पांडेय ने बाड़मेर रेलवे स्टेशन पर किया. सर्कुलेटिंग एरिया में नव स्थापित 'द वीआईपी एक्सप्रेस' रेल कोच रेस्टोरेंट का उद्घाटन करने के बाद डीआरएम पांडेय ने कहा कि भारतीय रेल का एक नवाचार है. रेल डिब्बे में परिवार के साथ बैठकर खाने का लुत्फ चलती ट्रेन जैसा होगा. रेल यात्रियों के साथ शहरवासी भी लुत्फ उठा सकेंगे. रेल कोच में प्रवेश के लिए टिकट की अनिवार्यता नहीं है. उन्होंने बताया कि गैर यात्री भाड़ा आय में वृद्धि के लिए भारतीय रेलवे का नवाचार है.
डीआरएम ने कोच रेस्टोरेंट का अवलोकन किया
रेलवे की नीति के तहत देश में कई बड़े स्टेशनों पर रेल कोच रेस्टोरेंट थीम पर काम शुरू किया गया है. अच्छे नतीजे मिलने के बाद अन्य जगहों पर भी विस्तार किया जाएगा. फीता काटकर उद्घाटन करने के बाद डीआरएम ने कोच रेस्टोरेंट का अवलोकन किया और संचालक प्रतापसिंह चौहान से जुटाई गई सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने रेस्टोरेंट के भीतर की गई सजावट और हेरिटेज लुक की प्रशंसा की. चंद्रा देवी लूणिया और सीमा ने डीआरएम का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया. बाड़मेर रेल कोच रेस्टोरेंट से जोधपुर रेल मंडल को प्रतिवर्ष करीब साढ़े दस लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होगा.
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वातानुकूलित रेस्टोरेंट में एंट्री के लिए रेलवे टिकट की जरूरत नहीं
इसमें रेल कोच और उपलब्ध करवाई गई जगह का किराया भी शामिल है. वातानुकूलित रेस्टोरेंट में एंट्री के लिए रेलवे टिकट की जरूरत नहीं होगी. बिना सफर किए और बिना रेल टिकट के ही रेल कोच में बैठकर शहरवासी और यात्री खाने का आनंद ले सकेंगे. भोजन करने के लिए रेल यात्रियों संग आम शहरवासी भी आ सकेंगे. बाड़मेर में खुलने वाले रेस्टोरेंट को द वीआईपी एक्सप्रेस का नाम और हेरिटेज लुक दिया गया है. रेस्टोरेंट में एक साथ 70 से 75 ग्राहकों को बैठने की क्षमता है. मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पाण्डेय के अनुसार थीम बेस रेल कोच रेस्टोरेंट को निजी फर्म संचालित करेगी.
इसके लिए फर्म को निर्धारित किराया रेलवे को देना होगा. रेलवे ने फर्म को सिर्फ एक कोच उपलब्ध करवाया है और कोच में इंटीरियर, सजावट, खानपान तैयार करने और बैठने के लिए सभी तरह की व्यवस्थाएं फर्म को ही करनी होती हैं. जोधपुर रेल मंडल के जैसलमेर, जोधपुर, महामंदिर और भगत की कोठी रेलवे स्टेशनों पर थीम बेस रेस्टोरेंट खोलने का प्रस्ताव है. जोधपुर और जैसलमेर स्टेशनों का पुनर्विकास प्रक्रियाधीन होने के कारण योजना को अमलीजामा पहनाने में समय लग सकता है.