Jodhpur News: देश के होनहार नौजवान युवा पीढ़ी लगातार अपना हर क्षेत्र में लोहा मनवा रही है. जोधपुर एमबीएम यूनिवर्सिटी में रविवार को टेक्निकल फेस्ट टेक कृति चल रहा है. इसमें भाग लेने आए छात्रों ने टेक्नोलॉजी का एक अनूठा दृश्य दिखाए. उन्होंने रोबोट से भारत का नक्शा बनाया मैप देख मौजूद दर्शकों ने वंदे मातरम के नारे भी लगाए. छात्रों का मानना है कि पहली बार रोबोट से भारत का नक्शा बनाया गया है. खास बात यह थी कि इन सभी रोबोट को यूनिवर्सिटी और स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों ने ही तैयार किया है. अब इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेजा जाएगा.


जोधपुर एमबीएम यूनिवर्सिटी में टेक्निकल फेस्ट कृति में देश की अलग-अलग स्कूल और यूनिवर्सिटी की 110 गर्ल्स स्टूडेंट ने हिस्सा लेकर अपने हाथों से रोबोट को कंट्रोल किया और उनकी परेड करवाई. इसे देखने के लिए स्टूडेंट के पेरेंट्स भी कार्यक्रम में पहुंचे थे. कार्यक्रम में हैदराबाद से आई 9 साल की याशना भी अपना रोबोट लाई थी. पहली बार हुए इस कार्यक्रम को लेकर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट में भी काफी उत्साह देखने को मिला. स्टूडेंट पिछले दो महीने से इसके सफल आयोजन को लेकर तैयारी कर रहे थे. कई स्टूडेंट ने तो दिन-रात मेहनत करके रोबोट के अलग-अलग मॉडल बनाएं, जिन्हें बिना किसी वायर के चलाया जा सकता है. कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए स्टूडेंट का रजिस्ट्रेशन करवाया गया था.


9 साल की याशना ने बनाया रोबोट
बता दें कि भारत के वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार किए गए सफल चंद्रयान 3 के ऑपरेशन के बाद देश का नाम दुनिया में एक अलग ही पहचान दी है. इसकी खुशी में छात्रों ने चंद्रयान का मॉडल भी बनाया. इसे भारत माता के नक्शे के बीच रखा गया. छात्रों ने इसरो के वैज्ञानिकों को इस अचीवमेंट के लिए धन्यवाद भी दिया. हैदराबाद से आई यासना भी इस वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए अटेम्प्ट में हिस्सा लेने के लिए पहुंची. वह अपने साथ एक रोबोट भी बनाकर लेकर आई जिसे 10 दिनों में तैयार किया गया था. 


 एमबीएम यूनिवर्सिटी से पढ़ चुके हैं केंद्रीय रेल मंत्री
इस दौरान यासना ने बताया कि वह रोबोटिक इंजीनियर बनना चाहती है. इसके चलते उसे टेक्नोलॉजी फील्ड में काफी रुचि है, इसलिए अपने पेरेंट्स के साथ यहां पर पहुंची है. यासना खुद अपने हाथों से रोबोट बना कर लाई है. यासना को 9 साल की उम्र में 6 राज्य स्तरीय, 8 राष्ट्रीय और 5 अंतर्राष्ट्रीय सम्मान भी मिल चुके हैं. हाल ही में उसे अपने राज्य का प्रतिष्ठित नदी अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है. बता दें कि भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णवी जोधपुर की एमबीएम यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर चुके हैं. पूर्व में यह एक कॉलेज था जिसे बाद में कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यूनिवर्सिटी बना दिया था. वैष्णव अपने जोधपुर दौरे के दौरान कॉलेज में अपने जूनियर साथियों से मिलकर भी गए थे.


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