Rajasthan News: भीलवाड़ा में बनाई गई 130 फीट लंबी फूलों की माला, जानिए 31 किलो से ज्यादा वजनी माला कैसे की गई तैयार?
Bhilwara News: इस फूलमाला की लंबाई 130 फीट और वजन 31 किलो 450 ग्राम है. इस माला में कई तरह के फूल लगाए गए हैं, जिसमें गुलाब, हजारे, गेंदा, सतरंगी, गुलदाउदी के फूल से विशेष रूप से शामिल हैं.
Rajasthan News: राजस्थान सरकार के सहकारिता और नागरिक उड्डयन मंत्री गौतम कुमार (Gautam Kumar) का भीलवाड़ा (Bhilwara) प्रवास के दौरान सर्किट हाउस में भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान गौतम कुमार को राजस्थानी जनमंच अध्यक्ष कैलाश सोनी के नेतृत्व में विश्व की सबसे लंबी 130 फीट की फूल माला पहनाई गई. इस विशालकाय फूल माला को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
वहीं इससे पहले गुजरात के मोगल धाम प्रतिष्ठा महोत्सव 2022 के अवसर पर मोगल धाम परिवार और धर्मदाम गौ सेवा आश्रम ट्रस्ट द्वारा दक्ष बाबा के नेतृत्व में एक विश्व रिकॉर्ड बनाया गया था. इसमें दुनिया की सबसे लंबी और भारी फूल माला बनाई गई थी, जिसकी लंबाई 111 फीट और वजन 27 किलोग्राम था. उस रिकॉर्ड को अब राजस्थानी जन मंच अध्यक्ष कैलाश सोनी के नेतृत्व में तोड़ दिया गया.
31 किलो 450 ग्राम की बनी माला
इस फूलमाला की लंबाई 130 फीट और वजन 31 किलो 450 ग्राम है. इस माला में कई तरह के फूल लगाए गए हैं, जिसमें गुलाब, हजारे, गेंदा, सतरंगी, गुलदाउदी के फूल से विशेष रूप से शामिल हैं. इस माला को बनाने में लगभग तीन घंटे से अधिक का समय लगा और इस विशालकाय माला को यदि खड़ा किया जाए, तो इसकी ऊंचाई लगभग 14 मंजिल के मकान के टावर के बराबर होगी. अब इसको विश्व रिकॉर्ड में दर्ज करने की कवायद तेज हो गई है.
भीलवाड़ा में बनी थी सबसे बड़ी रोटी
वहीं इससे पहले राजस्थान के भीलवाड़ा के हरी सेवा धाम उदासीन आश्रम में 8 अक्टूबर 2023 को एक और इतिहास रचा गया था. यहां विश्व की सबसे बड़ी 185 किलो वजनी रोटी बनाई गई और विश्व रिकार्ड बनाया गया था. विश्व की सबसे बड़ी रोटी का रिकॉर्ड पहले जामनगर गुजरात के नाम दर्ज था. बीते 8 अक्टूबर को हरिसेवा उदासीन आश्रम में सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विश्व की सबसे बड़ी रोटी बनाने का आयोजन किया गया था.
इस दौरान राजकुमार आंचलिया कल्पेश चौधरी, अमित सारस्वत, एडवोकेट धर्मवीर सिंह कानावत, कमलेश भारती, गोस्वामी विनोद जाट, मोनू कुम्हार, शिव वैष्णव, सुरेंद्र जैन, सौरभ माहेश्वरी, देवेंद्र डाणी, कन्हैयालाल स्वर्णकार, अनमोल पराशर, चेतन मान सिंह, जय नारायण जोशी, गोपाल सोनी, अजय नौलखा, डॉक्टर राजा साध वैष्णव, पियूष शर्मा सहित राजस्थानी जनमंच के पदाधिकारी सदस्य मौजूद थे.
(भीलवाड़ा से सुरेंद्र सागर की रिपोर्ट)