Rajasthan News: राजस्थान के पाली जिले के जैतपुर पुलिस थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां दो युवतियां आपस में समलैंगिक विवाह करने की स्वीकृति मांगने जैतपुर पुलिस थाने पहुंच गईं. थानेदार के पास दोनों लड़कियों ने आपस में समलैंगिक विवाह करने के लिए प्रार्थना पत्र पेश किया. इस दौरान एक बार तो पुलिस भी हैरान हो गई, उसके बाद पुलिस थाने से उन्हें सखी सेंटर पाली पहुंचाया गया. 


यहां पाली सखी केंद्र प्रभारी देवी बामनिया ने दोनों युवतियों से रविवार शाम से सोमवार दोपहर तक तीन-तीन घंटे के अंतराल में कभी अलग तो कभी साथ बैठकर बात की. इस दौरान युवतियों ने कहां कि उन्हें उनके घर वाले नहीं समझते हैं. वो दोनों आपस में एक दूसरे को समझती हैं, इसलिए दोनों एक दूसरे का सहारा बनना चाहती हैं. 


सखी सेंटर में 9 घंटे हुई काउंसलिंग
सखी सेंटर में केस वर्कर सोनिया जोशी, कुंती बाला, गीत देवी ने दोनों को समझाया फिर सोमवार दोपहर में आखिरकार दोनों युवतियां राजी हो गईं और दोनों ने आपस में विवाह करने से मना कर दिया. पाली सखी केंद्र प्रभारी देवी बामनिया ने बताया कि जैतपुर पुलिस थाने से दो युवतियां को हमारे पास काउंसलिंग के लिए भेजा गया था.


दोनों ही युवतियां एक दूसरे से प्यार करती थीं. दोनों समलैंगिक विवाह करना चाह रही थीं. दोनों युवतियां की करीब नौ घंटे तक काउंसलिंग करने के बाद दोनों युवतियां ने तय किया कि अब आपस में विवाह नहीं करेंगे. दोनों युवतियां की काउंसलिंग के बाद उन्हें उनके परिजनों के साथ भेज दिया गया.


क्या है पूरा मामला?
पुलिस का कहना है कि दोनों लड़कियां पड़ोसी हैं. एक 20 साल की है, जबकि दूसरी 25 साल की है. पहले दोनों में दोस्ती हुई फिर बाद में यही दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. दोस्ती जब प्यार में बदली तो दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया. परिवार और समाज के डर से दोनों जयपुर पुलिस थाने पहुंच गईं. थाना प्रभारी से शादी करवाने की बात कही. इसपर एक बार तो थाना प्रभारी को भी दोनों की अर्जी पर भरोसा नहीं हुआ था.


एसएचओ ने पहले तो अपने स्तर पर दोनों युवतियां को समझने का प्रयास किया, जब युवतियों ने जिद नहीं छोड़ी, तो दोनों के परिजनों से फोन पर बात कराई गई, फिर भी दोनों लड़कियां टस से मस नहीं हुई. इतना ही नहीं दोनों ने घर जाने से इनकार कर दिया. अंत में थक हार कर पुलिस ने शाम को दोनों को पाली स्थित सखी केंद्र पर काउंसलिंग के लिए भेज दिया.



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