Rajasthan Udaipur Girls Hostel: उदयपुर में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग से संचालित मॉडल पब्लिक रेजिडेंशियल स्कूल के छात्रावास (Hostel) में 200 बच्चियों के बीमार होने की सूचना पर हड़कंप मच गया है. बड़ी बात ये है कि इनमें से 47 बच्चियों को बिना स्क्रीनिंग के ही माता-पिता अपने घर ले गए. 2 दिन से चल रहे इस मामले में कलेक्टर ताराचंद मीणा (Tarachand Meena) और टीएडीए मंत्री अर्जुन सिंह बामणिया (Arjun Singh Bamaniya) सोमवार को स्कूल पहुंचे. इस दौरान चिकित्सा विभाग से 143 बच्चियों की स्क्रीनिंग कराई गई साथ ही 17 की बच्चियों की कोरोना रिपोर्ट (Covid Report) आने तक उन्हें आइसोलेट किया गया है.


47 बच्चियों को घर ले गए परिजन 
बता दें कि, उदयपुर शहर के पास ढ़ीकली गांव में ये छात्रावास संचालित है. यहां पर 9वीं से 12वीं कक्षा की 200 बालिकाओं को सर्दी, जुकाम, बुखार की शिकायत हुई. 13 जनवरी को हॉस्टल संचालक से चिकित्सा विभाग को लेटर लिखा और स्क्रीनिंग की मांग की. इसके बाद भी कोई वहां नहीं पहुंचा, ऐसे में 47 बच्चियों को उनके परिजन अपने घर ले गए. इधर सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी का कहना था कि स्कूल और छात्रावास से कोई सूचना नहीं मिली. इधर, राज्य सरकार ने रविवार रात को ही आईएएस की सूची जारी की थी. इसमें उदयपुर कलेक्टर चेतन देवड़ा की जगह ताराचंद मीणा को इंचार्ज सौंपा गया. ताराचंद मीणा ने सोमवार सुबह उदयपुर कलेक्टर का पदभार ग्रहण किया, इसके बाद सीधा मंत्री बामणिया के साथ स्कूल पहुंचे.




इन छात्राओं को किया गया आइसोलेट 
ताराचंद मीणा ने बताया कि मेडिकल टीम की तरफ से सभी 143 छात्राओं की स्क्रीनिंग की गई है. जिसमें से 17 में आईएलआई के लक्षण मिले हैं. इनका मेडिकल टीम ने कोविड जांच के लिए मौके पर ही सैंपल लिया है साथ ही एहतियातन दवाइयां भी उपलब्ध कराई गई हैं. ये भी बताया गया कि सभी 17 छात्राओं की रिपोर्ट आने तक उन्हें छात्रावास में अलग से आइसोलेट कर दिया गया है. सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि एहतिहायत के तौर पर सभी आवासीय विद्यालयों में बच्चों की स्क्रीनिंग करवाई जा रही है.


ये भी पढ़ें:


Ranthambore Tiger Park में फैमिली के साथ छुट्टियां मनाने पहुंचे Akshay Kumar, गाय को ख‍िलाया चारा, देखें- VIDEO 


Rajasthan School Closed: कोरोना के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार का बड़ा फैसला, बंद रहेंगे 12वीं तक के स्कूल