Kota News Today: राजस्थान के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार ने विशेष योजना तैयार की है. इसके तहत कॉलेज स्तर पर स्टूडेंट्स को शिक्षा के साथ नौकरी के लिए भी तैयार किया जाएगा. आयुक्तालय ने इसके लिए प्रदेश में 50 कॉलेजों का चयन किया है. 


जिसमें कोटा के भी तीन कॉलेजों को शामिल किया गया है. राजकीय महाविद्यालयों में अब जॉब ओरिएंटेड स्किल बेस्ड कोर्स करवाए जाएंगे. जिससे स्टूडेंट्स को कोर्स पूरा करने के बाद इंडस्ट्री में आसानी से जॉब मिल सकेगी. 


प्रोफेशनल कोर्सेज में खास बात यह है कि पढ़ाई के दौरान स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप भी करवाई जाएगी. इससे स्टूडेंट्स की स्किल डेवलप होने के साथ बाजार की जरुरतों के मुताबिक प्रोफेशनल एम्लोई के रूप में तैयार भी हो सकेंगे. 


कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने राजकीय महाविद्यालयों में बी-कॉम और बीएससी के परंपरागत डिग्री कोर्सेज के साथ नए जॉब ओरिएंटेड स्किल बेस्ड कोर्सेज को शुरू किया है. इसमें कोटा शहर के 3 कॉलेजों को शामिल किया गया है. 


योजना में ये कोर्स हैं शामिल
इनमें दो साइंस और एक कॉमर्स कॉलेज शामिल हैं. कॉलेज स्तर पर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं. कोटा के जिन कॉलेजों को इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है, वहां तैयारियां जोरशोर से जारी है.


आयुक्तालय से जारी सर्कुलर के मुताबिक, कोटा शहर के गवर्नमेंट साइंस कॉलेज और जेडीबी साइंस कॉलेज में बीएससी लाइफ साइंस, हेल्थ केयर और राजकीय वाणिज्य महाविद्यालय में बीकॉम रिटेल मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक कोर्स कराया जा रहा है. 


इसमें फर्स्ट ईयर की क्लास के दौरान सामान्य कोर्स ही चलेंगे. इसके अलावा सभी के अलग से पेपर भी होंगे और क्लासें भी अलग से लगाई जाएंगी.


'कंपल्सरी नहीं होंगे ये कोर्स'
राजकीय वाणिज्य महाविद्यालय में बीकॉम रिटेल मैनेजमेंट और लॉजिस्टिक कोर्स के नोडल ऑफिसर प्रोफेसर हिमांशु गर्ग ने बताया कि दोनों कोर्सेज में एडमिशन के लिए अलग से कोई प्रवेश प्रक्रिया नहीं की जाएगी. 


उन्होंने बताया कि वर्तमान में बीकॉम फर्स्ट ईयर में एडमिशन प्रोसेस जारी है. बीकॉम सामान्य कोर्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों में से मेरिट लिस्ट के आधार पर टॉप-50 बच्चों को इन दोनों प्रोफेशनल कोर्सेज में प्रवेश दिया जाएगा. 


प्रोफेसर हिमांशु गर्ग ने बताया कि इन कोर्सेज में दाखिला लेना अनिवार्य नहीं ऐच्छिक होगा, जो विद्यार्थी रिटेल मैनेजमेंट और लॉजिस्टक पढ़ना चाहेंगे, वह इसे पढ़ सकते है और जो नहीं पढ़ना चाहते, उन पर कोई दबाव नहीं रहेगा. वह अपना सामान्य कोर्स पढ़ सकता है.
 
'स्टूडेंट्स दे सकेंगे प्रतियोगी परीक्षा'
दोनों कोर्स के लिए एक- एक घंटे की क्लास लगाई जाएगी. सेमेस्टर वाइज पेपर भी होंगे. इसका एग्जाम कोटा यूनिवर्सिटी के जरिये करवाया जाएगा. रोजगारोन्मुखी स्किल कोर्सेज के स्टूडेंट्स प्रतियोगी परीक्षा भी दे पाएंगे. 


इस दौरान 6th सेमेस्टर में इंटर्नशिप करवाई जाएगी. साइंस कॉलेज में बीएससी लाइफ साइंस, हेल्थ केयर और कॉमर्स कॉलेज में बीकॉम रिटेल मैनेजमेंट और लॉजिस्टिक कोर्सेज में कुल 20 क्रेडिट के होंगे. 


एक क्रेडिट 25 अंकों का होता है, इस तरह 20 क्रेडिट के कुल 500 अंक के होते हैं. यह सामान्य कोर्स की तरह सेमेस्टर वाइज होंगे. यह पाठ्यक्रम वर्तमान सत्र से ही संचालित किए जाएंगे.


स्नातक के बराबर मानी जाएगी डिग्री
सरकार की ओर से नए कोर्सेज के डिजाइन में हर सत्र में इंटर्नशिप और ट्रेनिंग का प्रावधान किया गया है. जिससे छात्र बाजार की आवश्यकता से रुबरू हो सकेंगे और कंपनियों को प्रोफेशनल एम्पलाई मिल सकेंगे. 


इससे कोर्स खत्म होने के बाद विद्यार्थियों को जॉब मिलने की राह आसान होगी. इन डिग्रियों को प्रतियोगी परीक्षा में स्नातक के बराबर मानी जाएगी, ऐसे में सरकारी सेवा में भी आसानी से जा सकेंगे. सभी कोर्स के सिलेबस को अंतिम रूप दे दिया गया है.


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