Rajasthan Railway Station News: राजस्थान में कई रेलवे स्टेशनों का हुलिया बदल जाएगा. इसके लिए काम शुरू हो गया है. जयपुर के रेलवे स्टेशन (jaipur railway station) पर आमेर किला और हवामहल की छवि दिखेगी. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि प्रथम चरण में प्रधानमंत्री द्वारा राजस्थान के 55 स्टेशनों को पुनर्विकसित करने के कार्य का शिलान्यास किया जा चुका है.


प्रथम चरण में 24,470 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से संपूर्ण भारत में पुनर्विकसित ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं. इनमें राजस्थान के 55 स्टेशनों का लगभग 2908 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा.


यात्रियों को सुखद अनुभूति के लिए अमृत स्टेशनों में रूफ प्लाजा, वेटिंग रूम, लिफ्ट– एस्केलेटर, शॉपिंग कंपलेक्स, कैफेटेरिया, सीसीटीवी कैमरे, अंडरग्राउंड पार्किंग सहित पूरा स्टेशन दिव्यांग फ्रेंडली होगा. इसके साथ ही हरित पर्यावरण की संकल्पना को साकार करने के लिए सौर ऊर्जा एवं जल संरक्षण की व्यवस्था भी रहेगी.


कुछ ऐसा होगा जयपुर का रेलवे स्टेशन 


कैप्टन शशि किरण ने बताया कि अमृत रेलवे स्‍टेशन अपनी विरासत पर गर्व करने और प्रत्‍येक नागरिक में गौरव की भावना भरने के प्रतीक होंगे. अमृत स्‍टेशन, स्थानीय भू–भाग की सांस्‍कृतिक और विरासत की झलक प्रस्‍तुत करेंगे. जैसे– जयपुर रेलवे स्टेशनों पर राजस्थान के हवा महल और आमेर किले की झलक देखने को मिलेगी. सभी अमृत भारत स्टेशन भवनों के डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होंगे. शहर के दोनों किनारों के उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को 'सिटी सेंटर' के रूप में विकसित करने में अमृत भारत स्टेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.


यहां शुरू हुआ काम 


रेलवे प्रशासन रेल यात्रा को सुगम बनाने के साथ-साथ सुखद बनाने के लिए भी काम कर रही है. रेलवे का प्रयास रेलगाड़ी से स्टेशन तक सर्वोत्तम संभव अनुभव प्रदान करना है. पुनर्विकसित स्टेशनों से न केवल पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि आस-पास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा. स्टेशनों का यह पुनर्विकास बेहतर तरह से डिजाइन किए गए ट्रैफिक सर्कुलेशन, इंटर-मोडल एकीकरण और यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए दिशा-निर्देश सुनिश्चित करने के साथ-साथ आधुनिक यात्री सुविधाएं प्रदान करेगा. जयपुर, गांधीनगर जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, उदयपुर एवं बीकानेर स्टेशनों पर पुनर्विकास का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.


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