Jaipur News: राजस्थान में परिवहन विभाग का एक आदेश इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. परिवहन विभाग ने वाहनों की नंबर प्लेट पर प्रधान, सरपंच, गुर्जर आदि लिखा होने पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इस आदेश के जारी होने के बाद राजस्थान में बवाल भी शुरू हो गया है. आदेश में गुर्जर समाज का उल्लेख करने के बाद गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों ने सरकार पर तंज कसा है. उधर बीजेपी ने भी गुर्जर शब्द लिखने पर सरकार को कोसा है.


देश जारी होने के बाद कुछ घंटों में ही आदेश को बदलना पड़ा और संशोधित आदेश निकला जिसमें वाहनों की नंबर प्लेट पर रजिस्ट्रेशन नंबर के अतिरिक्त कोई पद अथवा जाति सूचक शब्द लिखा होने पर कार्रवाई की बात कही गई. मामला बढ़ा तो राजस्थान सरकार ने मामले में एक्शन लेते हुए राजस्थान परिवहन विभाग के अतिरिक्त आयुक्त आकाश तोमर को निलंबित कर दिया है उनका मुख्यालय प्रमुख शासन सचिव कार्मिक विभाग जयपुर किया गया है. 


एक आदेश के बाद हुआ बवाल
राजस्थान परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग के अतिरिक्त परिवहन आयुक्त आकाश तोमर ने सोमवार शाम को एक आदेश निकाला जिसमें यह हवाला दिया कि वाहनों की नंबर प्लेट पर प्रधान, सरपंच, गुर्जर आदि लिखा होने पर कार्रवाई की जाएगी और प्रदेश के सभी परिवहन विभाग में उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए. साथ ही पर जिले के विभाग को निर्देश दिया गया कि 7 दिन के अंदर ऐसे लोगों की रिपोर्ट मुख्य वाले में भिजवाने की भी बात कही गई. इन नामों को लिखने वाले चालकों के विरुद्ध दंडनीय अपराध माना. 


गुर्जर शब्द लिखने के बाद हुआ बवाल
आदेश में परिवहन एवं सड़क विभाग ने बड़ी मिस्टेक करते हुए पर्टिकुलर एक समाज को टारगेट करते हुए गुर्जर लिखने पर कार्रवाई करने की बात कही तो गुर्जर समाज में आक्रोश फैल गया और आदेश को वापस लेने की मांग करने लगे. राजस्थान सरकार में सूचना एवं जनसंपर्क राज्य मंत्री अशोक चांदना ने लेटर जारी होने के बाद मुख्यमंत्री को पत्र लिखा और कहा कि गुर्जर समाज की छवि को खराब करने के साथ ही समाज की भावनाओं को आहत करने का काम किया जा रहा है.


राजकीय पत्रों में इस प्रकार की जाति विशेष शब्द का प्रयोग करना राज्य सरकार की छवि को खराब करने का गहरा संयंत्र है. जो विभाग के अधिकारियों की गलत मानसिकता और संकीर्ण सोच का प्रतीक है. किसी भी जाति विशेष शब्द का इस प्रकार उपयोग करना स्वीकार्य नही है. उपरोक्त आदेश को वापस लिया जाए और नियम अनुसार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए. यही नहीं राजस्थान में गुर्जर नेताओं ने भी इस आदेश पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं दी तो बीजेपी ने भी इस मामले को मुद्दा बना लिया और कहा कि गुर्जर समाज के लिए ऐसा लिखना सही नहीं है. 


सरकार ने आदेश जारी करने वाले अधिकारी को किया सस्पेंड
राजस्थान परिवहन एवं सड़क विभाग द्वारा जारी किए गए इस आदेश के बाद राजस्थान में हड़कंप मच गया. आदेश को जारी करने वाले परिवहन आयुक्त आकाश तोमर को सरकार ने सस्पेंड भी कर दिया. संयुक्त शासन सचिव रविंद्र गोस्वामी ने आदेश जारी करते हुए आकाश तोमर को भावनाओं को आहत करने की बात कहते हुए सस्पेंड किया है. परिवहन विभाग के अतिरिक्त आयुक्त आकाश तोमर को सस्पेंड करने के बाद उनका मुख्यालय प्रमुख शासन सचिव कार्मिक विभाग शासन सचिवालय जयपुर किया गया है.


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