Rajasthan Air Polluiton : राजस्थान में बढ़ते वायू प्रदूषण को लेकर खैरथल व तिजारा जिला प्रशासन ने ठंड और प्रदूषण के कारण पांचवी तक बच्चों के स्कूलों की छुट्टी कर दी है. ये फैसला उच्चचम न्यायालय के फैसले को देखते हुए लिया गया है. जिला प्रशासन ने 23 नवंबर तक अवकाश घोषित कर दिए है. खैरतल- तिजारा जिला राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में स्थित है.


जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने मंगलवार को जिले के सभी निजी हो या सरकारी सभी स्कूलों में पहली से लेकर पांचवी तक की कक्षाओं की 20 से 23 नवंबर तक (जो भी पहले हो) नहीं लगाने का आदेश जारी किया है. जिला प्रशासन की तरफ से आदेश में कहा गया है कि अवकाश केवल विद्यार्थियों पर ही लागू है. शिक्षकों पर नहीं इसलिए काम अपना जारी रखें और बच्चों को ऑनलाइन क्लास दें.


बढ़ते प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य पर भी प्रभाव


प्रदूषण के एकदम से बढ़ जाने के कारण लोगो के स्वास्थ्य पर असर पड़ा है लोगो को सांस लेने में परेशानी हो रही है. लोग घरों से निकलना भी पसंद नहीं कर रहे है खैरतल व तिजारा में प्रदूषण के कारण धुंध छाई हुई है जिससे विजिविलिटी बहुत कम हो गई है सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) ने GRAP की चौथी स्टेज लागू कर दी है धूल नियंत्रण के लिए पाना का छिड़काव औऱ स्माँग गन का उपयोग भी किया जा रहा है लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित नजर आ रहे है लोगो की शिकायतें है कि उनके आंखो में जलन व सांस लेने में परेशानी हो रही है. 


प्रदूषण और ठंड ने दिखाया असर


बीकानेर व खेरथल और करोली में भी पारा 300 के पार पहुंच गया है मतलब अब ठंड ने भी अपना काम राजस्थान में भी शुरु कर दिया है ऐसे में कलेक्टर की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश व दिल्ली एनसीआऱ का AQI 450 जाने के बाद राजस्थान प्रदूषण बोर्ड ने आदेश जारी किए थे.


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