Ajmer:  राजस्थान के अजमेर में एक छात्रा ने आत्महत्या कर जीवन का अंत कर लिया. वो ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ती थी. सुसाइड की वजह मोबाइल फोन को माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि उसके पिता ने मोबाइल फोन यूज करने से रोका तो वो डिप्रेशन में चली गई और घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. अजमेर पुलिस केस दर्ज कर नाबालिग छात्रा के सुसाइड मामले की जांच में जुटी है.


अजमेर में कोटड़ा इलाके के प्रगति नगर में रहने वाले राहुल शर्मा की 16 वर्षीय पुत्री पारुल शर्मा ने रात के वक्त अपने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. घटना के वक्त उसके पिता काम से भीलवाड़ा गए थे. रात में परिवार उनके घर लौटने का इंतजार कर रहा था. पारुल नीचे वाले कमरे में थी. उसकी मां पार्वती और छोटा भाई मुकुल ऊपर वाले कमरे में थे. पिता घर लौटकर बेटी से मिलने उसके कमरे में जाने लगे तो दरवाजा अंदर से बंद था.


गेट खटखटाने के बाद भी काफी देर तक नहीं खोला तो परिवार को संदेह हुआ. इसके बाद उन्होंने गेट तोड़कर देखा तो सभी दंग रह गए. अंदर कमरे में बेटी का शव फंदे पर लटक रहा था. परिवार ने उसे नीचे उतारा और तत्काल जेएलएन अस्पताल लेकर गए. वहां जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.


मोबाइल नहीं देने से डिप्रेशन में थी बेटी
घटना की सूचना मिलने पर क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर जानकारी ली. मृतका के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. मृतका के पिता ने बताया कि पारुल पढ़ाई में अव्वल थी. वो अजमेर के एमपीएस स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ती थी. 10वीं कक्षा में उसके 92 फीसदी नंबर आए थे. कुछ समय से उसे मोबाइल फोन की लत लग गई थी. वो मोबाइल बहुत ज्यादा यूज करने लगी थी. सोशल मीडिया पर अकाउंट बना लिए थे. कुछ दिन पहले उसके भविष्य को ध्यान में रखते हुए  मैनें उससे मोबाइल फोन ले लिया था और वापस नहीं दिया. इसी वजह से वो डिप्रेशन में चली गई और सुसाइड कर लिया. परिवार को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि मोबाइल लेने से बेटी इतना बड़ा कदम उठा लेगी.


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