Rajasthan Udaipur Pudina Tea: देशभर में अलग-अलग जगहों की चाय फेमस है. लेकिन, हम आपको एक ऐसी चाय के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके अंबानी तक दीवाने हैं. ये चाय (Tea) की दुकान है राजस्थान (Rajasthan) की धर्म नगरी राजसमंद जिले में स्थित नाथद्वारा में. यहां पर घनश्याम पुदीना चाय स्टॉल है. इस चाय के स्टॉल पर पीएम, सीएम सहित कई बड़े व्यापारी वर्ग के लोग आ चुके हैं और चाय की चुस्की ले चुके हैं. बता दें कि श्री नाथद्वारा प्रभु दे दर्शन करने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से भक्त आते हैं और ज्यादातर गुजरात (Gujarat) से ही होते हैं. अंबानी परिवार (Ambani family) की ओर से लगातार यहां कोई ना कोई धार्मिक आयोजन करवाया जाता है.
भक्त ने दिया आइडिया
घनश्यान पुरोहित ने बताया कि करीब 34 साल पहले श्रीनाथ प्रभु के दर्शन करने के लिए गुजरात से भक्तों का दल आया था, जिन्होंने पुदीना चाय की मांग रखी. वो एक दिन रुके हुए थे तो अगले ही दिन पुदीना और लेमन ग्रास ले आया. भक्तों के बताए अनुसार उसमें मसाला डाला और उन्हें दी तो उन्हें भी पसंद आई. फिर खुद भी टेस्ट किया तो अच्छी लगी. इसके बाद से पुदीना चाय का सिलसिला शुरू हो गया. जबकि उससे पहले पुदीना चाय के बारे में कोई जानता तक नहीं था.
4 घंटे में बिक जाती है 200 से 300 चाय
घनश्याम पुरोहित के पुत्र लोकेश ने एबीपी न्यूज को बताया कि सुबह 5 बजे से चाय बनाना शुरू करते हैं और दर्शन करने भक्त बड़े चाव से चाय की चुस्की लेते हैं. 5 बजे से सुबह 9 बजे तक ही दुकान खुली रहती है. ऐसे में इन चार घंटों में 200 से 300 चाय बिक जाती है. एक चाय 20 रुपए की होती है. उन्होंने बताया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे तब आए थे. अंबानी परिवार में धीरू भाई, मुकेश भाई से लेकर उनकी पत्नी और बच्चे भी यहीं चाय पीते है. साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कोकिला बेन सहित अन्य मंत्री श्रीनाथ प्रभु के दर्शन को आते हैं तो चाय जरूर पीते हैं.
कुल्हड़ में मिलती है चाय
लोकेश ने बताया कि पहले पीतल के पतीले में पानी लेकर उसमें पुदीना का पत्तियां, लेमन ग्रास, इलायची, अदरक, लौंग, काली मिर्च डालकर उबालते हैं. फिर चायपत्ती डालने के बाद उबालते हैं और फिर गाय का दूध डालते हैं. अच्छे से खौलाने के बाद चीनी एड करते हैं. चाय को छलनी की जगह सूती कपड़े से छान लिया जाता है. फिर चाय कुल्हड़ों में परोसी जाती है. मिट्टी की खुशबू में पुदीना चाय का स्वाद और भी बढ़ जाता है. खास बात ये है कि कुल्हड़ मौलेला गांव के कुम्हार परिवार तैयार करते हैं. मौलेला नाथद्वारा उपखंड की एक ग्राम पंचायत है. इस गांव की शिल्पकला और मिट्टी के बर्तन देश-दुनिया में मशहूर हैं. मौलेला गांव के मिट्टी के कलाकारों को राष्ट्रपति अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है.
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