Rajasthan Anganwadi Worker Salary: राजस्थान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलती है इतनी सैलरी, उम्र और पढ़ाई के बारे में भी जानें सबकुछ
Rajasthan Anganwadi Worker Salary: आंगनबाड़ी में कई अलग-अलग पद हैं और उन पदों के अनुसार सैलरी भी निर्धारित है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, साथिन सहित कई पद हैं.
Anganwadi Worker Salary in Rajasthan: राजस्थान में आंगनबाड़ी की स्थापना तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गढ़ी तहसील से की थी. आंगनबाड़ी में कई अलग-अलग पद हैं और उन पदों के अनुसार सैलरी भी निर्धारित है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, साथिन ,आशा सहयोगिनी और शिशुपालन गृह के पद हैं. आज हम आपको इस स्पेशल स्टोरी में यह बताने जा रहे हैं कि आंगनबाड़ी में काम करने वाले कार्मिकों को कितना शिक्षित होना चाहिए और कितनी सैलरी मिलती है?
दरअसल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी हेल्पर सहित अलग-अलग पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को 8वीं, 10वीं और 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए. आवेदक की उम्र 18 साल से ज्यादा और 40 साल से कम हो. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गई है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सैलरी...
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता- 7,800 रुपये प्रति माह
- मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता- 5,975 रुपये प्रति माह
- सहायिका- 4,450 रुपये प्रति माह
- साथिन- 3,850 रुपये प्रति माह
- आशा सहयोगिनी- 2970 रुपये प्रति माह
- कार्यकर्ता शिशु पालना गृह- 3,000 रुपये प्रति माह
आंगनबाड़ी सुपरवाइजर
आंगनबाड़ी सुपरवाइजर का मुख्य काम अपने क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी सेविका का काम देखना होता है. इन्हें मुख्य सेविका भी कहा जाता है. इनका काम आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाना और जो भी कार्य नहीं हुआ है, उसको करवाना होता है. साथ ही साथ ये भी देखना होता है कि जो भी नई योजना आई है, वो सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को अच्छे से समझ में आ रही है या नहीं. उनके अंदर में जो भी कार्यकर्ता है, वो ठीक से काम कर रही है या नहीं, इसकी जांच करना और रिपोर्ट को तैयार करना होता है. फिर रिपोर्ट को चाइल्ड डेवलपमेंट ऑफिसर के पास भेजना होता है.
मिनी आंगनबाड़ी
मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी कहते हैं. इनका मुख्य काम 6 साल के कम उम्र के बच्चों को शिक्षा देना, गर्भवती महिलाओं की देख-भाल और उनकी जरूरत के चीजों की पूर्ति करना, समय-समय पर बच्चों का टीका करना और उनके स्वास्थ्य के संबंध में सहायता और परामर्श देना होता है. जब भी कोई नया अभियान चलाया जाता है, उसमें शामिल होना और पोलियो जैसी बीमारियों में टीकाकरण और दवा को पिलाना आदि कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के काम होते हैं.
आंगनबाड़ी सहायिका
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी ड्यूटी करने जाए तो उनके साथ-साथ आंगनबाड़ी सहायिका भी जाकर सहायता करे. आपने कई बार देखा होगा कि जब कभी पोलियो की दवा पिलाई जाती है, तो उनके साथ-साथ एक और भी महिला रहती है. महिला पोलियो के बॉक्स को पकड़ कर रखती है और साथ में कुछ दस्तावेज भी रखती है. उन्हें आंगनबाड़ी सहायिका कहा जाता है.
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