Lumpy Skin Disease: लम्पी वायरस को लेकर पशुपालन विभाग अलर्ट, भरतपुर संभाग में मिले 14 सस्पेक्टेड गोवंश
Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर संभाग में लम्पी वायरस को लेकर पशुपालन विभाग अलर्ट पर है. भरतपुर जिले में 14 सस्पेक्टेड गोवंश मिले हैं. जिनका सैंपल लेकर जयपुर जांच के लिए भेजा गया है.
Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर संभाग में लम्पी वायरस को लेकर पशुपालन विभाग अलर्ट है. लम्पी वायरस पश्चिम राजस्थान में गायों पर कहर बरपा चुका है. इस वायरस को लेकर पशुपालन विभाग में हड़कंप मचा है. भरतपुर नगर निगम के नंदी गौशाला को अपना घर आश्रम द्वारा संचालित किया जाता है. जहां 13 गौवंश में लम्पी वायरस के लक्षण होने की आशंका जताई जा रही है. पशुपालन विभाग के चिकित्सकों ने इनके सैंपल को जांच के लिए जयपुर भेजा हैं और जयपुर से सैम्पल हिसार भेजे गये हैं. इन सभी 14 गौवंशों को लक्षण पाए जाने के बाद आइसोलेट किया गया है .
अधिकारियों को रखा गया है अलर्ट पर
पशुपालन विभाग के संभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. नगेश चौधरी ने बताया की लम्पी वायरस को लेकर भरतपुर संभाग के पशुपालन विभाग के आला अधिकारी अलर्ट पर हैं. भरतपुर संभाग के चारों जिलों में चिकित्सकों की मोबाइल टीम बनाकर गौशालाओं और गांव की अन्य गायों को चेक कर रहे हैं. अभी भरतपुर संभाग में सिर्फ भरतपुर जिले में ही 14 सस्पेक्टेड गौवंश मिले हैं संभाग के अन्य जिले धौलपुर ,करौली और सवाई माधौपुर में कोई भी लम्पी का सस्पेक्टेड पशु नहीं मिला है. भरतपुर संभाग के सवाई माधोपुर ,करौली और धौलपुर में अभी कोई भी लम्पी का मामला सामने नहीं आया है.
वायरस को लेकर पशुपालन विभाग अलर्ट
पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. नगेश चौधरी ने बताया कि पशुपालन विभाग के चिकित्सकों की मोबाइल टीम भी गौशलाओं में जाकर गाइडलाइन जारी कर रही है. गोवंश सस्पेक्टेड नजर आने पर उसको आइसोलेट किया जा रहा है और उसके सैंपल जांच के लिए जयपुर भेजे जा रहे हैं.
लम्पी वायरस के क्या है लक्षण
पशुपालन विभाग के संभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ.नगेश चौधरी ने बताया की इस वायरस में गाय को बुखार होता है. गाय चारा पानी छोड़ देती है और उसके शरीर पर फुंसी हो जाती हैं. जिनसे खून निकलने लगता है और दूध की मात्रा भी कम हो जाती है.
कैसे बचाव किया जाए लम्पी वायरस से
पशु चिकित्सक ने बताया है कि अभी लम्पी की कोई वैक्सीन नहीं आई है. अगर किसी गौवंश में छोटी-छोटी फुंसियां होती नजर आती है तो उस पशु को अन्य पशुओं से दूर रखे और तुरंत पशु चिकित्सक को दिखाएं. जिससे पशु का इलाज शुरू हो सके. चिकित्सकों का कहना है कि शुरुआत में दवाई से कई पशु ठीक हो गए हैं.
पशुओं को बचाने का एकमात्र जरिया है वैक्सिन
पशुपालन विभाग के संभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. नगेश चौधरी ने बताया है कि भरतपुर संभाग में सिर्फ 14 पशु लम्पी वायरस के भरतपुर जिले में सस्पेक्टेड मिले है. संभाग के अन्य जिले धौलपुर,करौली और सवाई माधोपुर में कोई भी सस्पेक्टेड पशु नहीं है. लम्पी वायरस में गाय के शरीर पर फुंसी हो जाती हैं जिन से खून निकलने लगता है और वह चारा खाना छोड़ देती है, साथ ही दूध देना बंद कर देती है. इसमें गाय को बुखार भी आता है इसलिए पशुपालन विभाग के चिकित्सक कुछ ट्रीटमेंट उनको शुरू करते हैं. इस वायरस से पशुओं को बचाने का एकमात्र जरिया वैक्सीन है.
Rajasthan Politics: राजस्थान में ब्राह्मण वोटर्स पर कांग्रेस की नजर, गहलोत सरकार ने किया ये फैसला