Rajasthan Anti Cheating Bill पर बहस के दौरान सदन में भावुक हुए विपक्ष के नेता Gulab Chand Kataria, कही ये बात
Anti Cheating Bill: राजस्थान विधानसभा में नकल पर नकेल कसने के लिए बनाए गए बिल पर चर्चा हुई. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया बेरोजगार युवाओं की पीड़ा सुनाते हुए सदन में फूट-फूट कर रोने लगे.
Rajasthan Assembly Anti Cheating Bill Debate: प्रदेश सहित देश में लाखों की तादाद में शिक्षित युवाओं की बेरोजगारी के आंकड़े डराने वाले हैं. वहीं कई प्रदेशों में सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षा में धांधली भी देखी गई है, जिसके चलते कई प्रदेशों में हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं. कई बेरोजगार युवाओं ने आत्महत्या जैसा कदम भी उठाया है. पिछले दिनों राजस्थान (Rajasthan) में शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में मौजूदा गहलोत सरकार जब चौतरफा घिरी तब जाकर रीट (REET) भर्ती परीक्षा को निरस्त कर फिर से भर्ती परीक्षा की घोषणा की गई. कई लोगों पर आरोप भी लगे और इसकी जांच एसओजी कर रही है. पेपर लीक मामले में करीब 600 से अधिक आरोपी चिन्हित किए गए हैं.
एंटी चीटिंग बिल पर बोलते हुए रोने लगे नेता प्रतिपक्ष
राजस्थान विधानसभा के सत्र के दौरान सदन में एंटी चीटिंग बिल पर बहस के दौरान गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया बहस पर बयान देते हुए फूट-फूट कर रोने लगे. कटारिया पेपर लीक से परेशान गरीब अभ्यर्थियों की पीड़ा पर रो पड़े थे, जिनकी कोई सुनने वाला नही हैं. कटारिया ने कहा कि गड़बड़ी की जड़ कोचिंग सेंटर वाले हैं, वार करना है तो यहां करो, गरीब का बच्चा पढ़ता है, गरीब आदमी अपना खेत बेचकर पढ़ाता है. उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों की भर्ती परीक्षा के पेपर, पैसे वाले पेपर आउट करा कर नौकरी पर लग जाते हैं.
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कटारिया ने गहलोत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने कहा कि गरीब परिवार का वह बच्चा जो अपने बूढ़े मां बाप को भूखे मारकर पढ़ता है, जिसके बाद परीक्षा देने जाता है और परीक्षा देकर रोते हुए लौटता है, क्या दुख नहीं होता है? हम लोगों को दिल में थोड़ा बहुत भी इन गरीब बच्चों के लिए रहम नहीं है. उस बच्चे का क्या होगा जो इसलिए पीड़ा के साथ पढ़ रहा है, इन सारे पैसे वालों के साथ आपने सभी नौकरियां के पद बेज दिए हैं. मैं बहुत कड़वा सच बोल रहा हूं कि पिछले 8 साल में जितनी भी नौकरी पर लगे हैं उन सब की जांच करा लो, आधे से ज्यादा फर्जी निकलेंगे. उन्होंने कहा कि क्या कोई सोचने वाला उनके बारे में इन गरीब परिवारों के बारे में, आखिर उनका क्या कसूर है. परीक्षा के माध्यम से पैसे वालों को उतार कर उन सारे के सारे गरीब परिवारों की आशाओं पर पानी फेर दिया है. कटारिया ने यह भी कहा कि गरीब के बच्चे का सेलेक्शन नहीं होता है तो वह जहर खाकर मरता है, कोई उसकी पीड़ा को समझने वाला नहीं है. मुझे इस पर बोलने की इच्छा नहीं है. इस कानून से कुछ नहीं होगा, सरकार जिस तरह की नकल गैंग पाल रही है रीट परीक्षा के दौरान शिक्षा संकुल से पेपर चुराने वाले को लगाने वाला कौन है? उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
कटारिया ने कहा कि यह तो भाग्य अच्छा रहा कि गंगापुर सिटी में पेपर लीक करने वाला पकड़ा गया. वह नहीं पकड़ा जाता तो क्या होता, पैसे देकर लोग नौकरी पर लग जाते और हम कुछ नहीं कर पाते. इस बिल से कुछ भी होने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लाखों बेरोजगार हैं, दिन-रात मेहनत करके सरकारी नौकरी पाने की जुगत में लगे रहते हैं लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिलती क्योंकि कोचिंग सेंटर वाले व पैसे वाले पेपर लिखकर पैसे वाले के बच्चों को नौकरी पर लगा देते हैं.
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