Rajasthan: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) एक दिवसीय दौरे पर राजस्थान आए हैं. यहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने पाली (Pali) में आयोजित भारत स्काउट गाइड (Bharat Scout Guide) की 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी (National Scout Guide Jamboree) में बतौर अतिथि शिरकत कर स्टूडेंट्स का हौसला बढ़ाया.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जम्बूरी का अवलोकन कर स्काउट गाइड से मुलाकात की. इस दौरे के दौरान उन्होंने चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) में बीजेपी (BJP) के पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की, इस दौरान उदयपुर (Udaipur) में इंडोर स्टेडियम और खेल महाकुंभ का उद्घाटन किया.
युवा देश के वर्तमान, भविष्य और राष्ट्र निर्माण में बनें भागीदार- केंद्रीय मंत्री ठाकुर
केंद्रीय मंत्री ने स्काउट्स के बीच जाकर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि जम्बूरी में मूल्य, अनुशासन, व्यक्तित्व विकास और नेतृत्व कौशल का प्रशिक्षण प्राप्त होता है. यहीं से आदर्श नागरिक के रूप में जीवन का विकास होता है. उन्होंने कहा कि खेलों में खेल भावना होनी चाहिए. हम सबको मिलकर अपने भारत को गढ़ने और आगे बढ़ाने में काम करना है. नवयुग का नवसृजन युवाओं तुम्हारे हाथ में है, आगे बढ़ो शुरुआत करो ये जहां तुम्हारे साथ में है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने युवाओं को संदेश देते हुए कहि कि इस देश के वर्तमान, भविष्य और राष्ट्र निर्माण के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं.
हिमाचल के स्काउट्स से टेंट में की मुलाकात
ठाकुर ने जम्बूरी में घूमकर अवलोकन किया. विशेष रूप से हिमाचल से आए स्काउट्स से मिलने उनके टेंट में पहुंचे. उनसे बातचीत कर कुशलक्षेम पूछा और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि हजारों किलोमीटर दूर रेगिस्तान में अपने राज्य के लोगों से मिलने का अनुभव सुखद है. मुझे उम्मीद है इन सात दिनों में सभी को दूसरे राज्य के साथियों से मिलकर बहुत कुछ सीखने को मिला होगा.
वीर और वीरांगनाओं की भूमि है मेवाड़
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उदयपुर के भूपाल नोबेल संस्थान में इंडोर स्टेडियम का उद्घाटन किया. खेल महाकुंभ सप्ताह और ठाकुर गुमान सिंह स्मृति क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि मेवाड़ का क्षेत्र वीर और वीरांगनाओं के लिए जाना जाता है वह खेलकूद के क्षेत्र में भी पीछे नहीं है. इस संस्था की नींव आज से 101 साल पहले रखी गई थी.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस संस्था की शुरुआत केवल 4 विद्यार्थियों और 2 शिक्षकों के साथ हुई थी. आज यह संस्था बीते 100 साल से शिक्षा द्वारा समाज और राष्ट्र के उत्थान हेतु समर्पित है. उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि जी20 की अध्यक्षता इस साल भारत कर रहा है. यह एक ऐसा मंच है जो युवाओं को प्राथमिकताओं पर अपने दृष्टिकोण और विचारों को व्यक्त करने की स्वतंत्रता देता है.
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