Rajasthan News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं. ऐसे में यहां पर रिवाज के हिसाब से हर पांच साल में सरकार बदल जाती है, लेकिन इस बार अशोक गहलोत अपनी सरकार को रिपीट होने का दावा कर रहे हैं. उनका कहना है कि हमारी सरकार वापस आ रही है. मुख्यमंत्री ये भी कहते हैं कि जनता के हावभाव से लगता है कि हमारी सरकार रीपीट हो रही है. सूत्र बता रहे हैं कि सरकार रिपीट होने के दावे के पीछे कई वजहें है. राजस्थान सरकार प्रदेश में कई तरह के सर्वे करवा रही है.
सरकार रिपीट होने के लिए सरकार के पास कुछ फीडबैक आए हैं. सूत्रों की मानें तो उसमें सरकार के लिए राहत है. जब से वो रिपोर्ट आ आई है तभी से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हर सभा में अपनी सरकार के वापसी की बात कर रहे हैं. उन्होंने विधानसभा में बजट पेश करने के बाद भी अपनी सरकार के रिपीट होने के दावे किये थे. जानकारों की मानें तो इस बार सर्वे के आधार पर ही पूरी चुनाव की तैयारी की जा रही है. सूत्रों की मानें तो इसके लिए सरकार के साथ ही साथ संगठन के भी सर्वे हो रहे हैं. वहीं जयपुर शहर में हर तरफ सरकार के होर्डिंग और पोस्टर लग रहे हैं. उनमें किसानों की बिजली फ्री, महिलाओं को किराये में 50 प्रतिशत छूट इसतरह के पोस्टर और होर्डिंग लगने लगे हैं.
इन योजनाओं पर भी बड़ा भरोसा
अशोक गहलोत सरकार चिरंजीवी योजना को अपनी संजीवनी मान कर चल रही है. इसलिए बजट में चिरंजीवी योजना को और मजबूत किया है. गहलोत सरकार और कांग्रेस पार्टी का मानना है कि उनकी सरकार के खिलाफ कोई एंटी इनकंबेंसी नहीं है. क्योंकि उन्होने इसके पहले छह विधानसभा के उपचुनाव को जीत लिया है. इसलिए उन्हें सरकार के खिलाफ कोई लहर नहीं दिख रही है. महिलाओं को बस में 50 प्रतिशत किराया देना होगा. किसानों को सिंचाई के लिए दो हजार यूनिट तक बिजली फ्री करने की घोषणा और 100 यूनिट तक बिजली फ्री इन घोषणाओं को लेकर अशोक गहलोत पूरी तरह से राहत में दिख रहे हैं. सरकार इस बार के बजट को मास्टर स्ट्रोक मान कर चल रही है.
सर्वे भी योजनाओं को लेकर हो रहे
सूत्रों का कहना है कि राजस्थान की गहलोत सरकार अपने काम-काज को लेकर जो सर्वे करवा रही है. उसमें सबसे ज्यादा फोकस उन योजनाओं पर किया जा रहा है जिसकी चर्चा खुद अशोक गहलोत करते हैं. सरकार की ओल्ड पेंशन स्कीम के आलावा, बिजली, चिरंजीवी, परिवहन और स्कूलों को लेकर सर्वे करने की बात हो रही है. सूत्र बता रहे हैं कि इसमें सरकार की ये योजनाएं इनके आलाकमान को भी पसंद आ रही हैं. संगठन को भी संदेश है कि सरकार की प्रमुख योजनाओं के बारे में जनता तक साफ-साफ रूप से पहुंचाना है. कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में इसपर पूरा फोकस किया जा रहा है.
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