Rajasthan News: राजस्थान में सोमवार से राज्य के 3,456 केंद्रों पर 15-18 वर्ष के किशोरों के लिए कोविड टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा की उपस्थिति में गणगौरी बाजार स्कूल (जयपुर) में टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री को यह घोषणा करनी पड़ी कि हमने बूस्टर खुराक और बच्चों के टीकाकरण के लिए क्या मांग की थी. दुनिया के अन्य देशों की तरह सभी बच्चों को टीका लगवाएं. यह हमारी मांग होगी और हम लगातार प्रधानमंत्री से अनुरोध करेंगे, पत्र भेजेंगे, दबाव डालेंगे कि बूस्टर खुराक देश में सभी को दी जाए, न कि केवल 60 से ज्यादा उम्र के लोगों को."
बच्चों को अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराने की अपील
इस बीच अधिकारियों ने पुष्टि की कि चिकित्सा विभाग ने टीकाकरण की पूरी तैयारी कर ली है और राज्य भर के 3,456 सरकारी चिकित्सा संस्थानों में टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं. मीणा ने अधिकारियों से इस आयु वर्ग के बच्चों को अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराने की अपील की. उन्होंने कहा कि इस महामारी में कोरोना का टीका सबसे कारगर उपाय साबित हुआ है. उन्होंने कहा कि बच्चों के टीकाकरण और वयस्कों के कोविड-उपयुक्त व्यवहार से बढ़ते हुए कोविड संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है. मेडिकल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव वैभव गलरिया ने कहा कि 3 जनवरी से राज्य में 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए कोविड-19 का टीकाकरण शुरू हो गया है और इच्छुक बच्चे कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कर टीकाकरण करवा सकते हैं.
राज्य में लाभार्थियों की अनुमानित संख्या करीब 53.15 लाख
राज्य में लाभार्थियों की अनुमानित संख्या लगभग 53.15 लाख है. इन बच्चों को कोवैक्सिन लगाई जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि 10 जनवरी से राज्य में स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए कोविड-19 रोकथाम खुराक का टीकाकरण शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि 15 से 18 वर्ष की आयु के सभी बच्चे (2007 या उससे पहले पैदा हुए बच्चे) टीकाकरण के लिए पंजीकरण करा सकते हैं.
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