Rajasthan: राजस्थान सरकार इस साल 40 हजार बुजुर्गों को कराएगी तीर्थ यात्रा, अयोध्या समेत इन 13 तीर्थ स्थल के होंगे दर्शन
Rajasthan Senior Citizen Tirth Yatra: राजस्थान की गहलोत सरकार बुजुर्गों को इस बार फिर से तीर्थ यात्रा कराने जा रही है. इस यात्रा में अयोध्या के अलावा 13 से अधिक तीर्थ स्थलों पर भेजा जाएगा.

Rajasthan News: राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने इस चुनावी साल में सीनियर सिटीजन के लिए तीर्थ यात्रा के लिए पिटारा खोल दिया है. पिछली साल की तुलना में सरकार दुगुने सीनियर सिटीजन को तीर्थ यात्रा करवाने जा रही है. विधानसभा चुनाव से पहले 40 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ स्थल के दर्शन करवाने का फैसला किया हैं. सीनियर सिटीजन तीर्थ यात्रा के सफल आवेदकों को अब सितंबर-अक्टूबर तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
संभावनाएं जताई जा रही है कि 14-15 जून से यात्रा की शुरुआत हो सकती है. गहलोत सरकार की कोशिश है कि चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले सभी वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा करवा दी जाए. इससे पहले पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में जब तीर्थ यात्रा की शुरुआत हुई थी. जो दिसंबर तक चली थी उस समय 20 हजार सीनियर सिटीजन को यात्रा करवाई गई थी.
बचे हुए आवेदकों में से ही लॉटरी निकाली गई है
राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में साल 2022 में जिन लोगों ने आवेदन किया था. पिछले साल जिनको मौका नहीं मिला था. उन बचे हुए आवेदकों में से ही लॉटरी निकाली गई है. इस बार सीनियर सिटीजन तीर्थ यात्रा के यात्रियों की संख्या को दोगुना कर दिया गया है 20 हजार से बढ़ाकर 40 हजार कर दिया गया है. उसमें 36 हजार यात्रियों को ट्रेन के जरिए जबकि 4000 यात्रियों को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी.
वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा 2023 में सबसे ज्यादा यात्री 3864 जयपुर से जाएंगे. इनमें 386 यात्री हवाई जहाज और 3478 यात्री रेल से रवाना होंगे. वही जोधपुर दुसरे स्थान पर है 2150 यात्रियों को तीर्थ स्थल का सफर करवाया जाएगा. वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत हवाई यात्रा में नेपाल स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे.
यहां-यहां वरिष्ठ नागरिक करेंगे तीर्थ यात्रा
राजस्थान सरकार के देवस्थान के द्वारा वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत इस साल तीर्थ स्थल के सर्किट में कुछ नए तीर्थ स्थल भी जोड़े गए हैं. रेल यात्रा में रामेश्वरम-मदुरई-जगन्नाथ पुरी-तिरुपति -द्वारकापुरी सोमनाथ -वैष्णो देवी -अमृतसर -प्रयागराज- वाराणसी -मथुरा -वृंदावन -बरसाना -सम्मेदशिखर -पावापुरी वेदनाथ -उज्जैन -ओकारेश्वर-त्रंबकेश्वर-हरिद्वार-ऋषिकेश -अयोध्या- बिहार शरीफ- वैलंकन्नी चर्च तमिलनाडु सहित अन्य शामिल है. इस साल गहलोत सरकार के देवस्थान विभाग ने अयोध्या के अलावा समेत शिखर, बैजनाथ ज्योतिर्लिंग, झारखंड ओकारेश्वर-त्रंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र को भी जोड़ा गया है.
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