Ashok Gehlot on Unified Pension Scheme: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम का ऐलान किया है. मोदी कैबिनेट की बैठक में नई योजना को 1 अप्रैल 2025 से लागू करने का फैसला लिया गया. अब विपक्ष ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम को मुद्दा बना दिया है. सत्ता पक्ष और विपक्ष की तरफ से वार पलटवार का सिलसिला शुरू हो गया है. नई पेंशन स्कीम की आड़ में कांग्रेस केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है. इसी कड़ी में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है.


बता दें कि चुनावी साल में पुरानी पेंशन स्कीम पर राजस्थान की तत्कालीन सरकार और केंद्र आमने सामने हो गये थे. अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में कर्मचारियों के लिए कांग्रेस की सरकार पुरानी पेंशन योजना लेकर आयी थी. बीजेपी और केंद्र सरकार ने पुरानी पेंशन योजना का विरोध करते हुए शेयर मार्केट आधारित न्यू पेंशन को बेहतर बताया था. उन्होंने कहा कि अब यूनिफाइड पेंशन स्कीम लाकर सरकार ने गलती को स्वीकार कर लिया है. 


यूनिफाइड पेंशन स्कीम पर अशोक गहलोत क्या बोले?


अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "राजस्थान में जब हमारी सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम लागू की तब बीजेपी और केन्द्र सरकार ने विरोध किया था और शेयर मार्केट आधारित न्यू पेंशन स्कीम को श्रेष्ठ बताया था. केन्द्र सरकार की तरफ से नई योजना यूनिफाइड पेंशन स्कीम लागू करना एक स्वीकारोक्ति है कि न्यू पेंशन स्कीम में बड़ी खामियां थीं जो हम लगातार कह रहे थे."






गौरतलब है कि सत्ता पक्ष के नेता यूनिफाइड पेंशन स्कीम की जमकर तारीफ कर रहे हैं. बीजेपी नेताओं मोदी कैबिनेट के फैसले को जनहित में उठाया गया कदम बताया है. कर्मचारियों की लंबे अरसे से पुरानी पेंशन स्कीम की मांग थी. वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों को न्यू पेंशन स्कीम का लाभ मिलता है. अब मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम का ऐलान किया है.


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